भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस को उनकी ही नेता द्वारा राहुल गांधी को अपरिपक्व बताने वाले बयान पर घेरा और कहा कि अगर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी इतने मैच्योर (परिपक्व) नहीं हुए हैं तो फिर कांग्रेस ने उनको उप्र विधानसभा के चुनावों में क्यों थोप दिया है। शाह ने समाजवादी पार्टी के मुखिया व प्रदेश मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को बेचारा बताते हुए उप्र की कानून व्यवस्था पर घेरा।आजमगढ़ में रैली को संबोधित करते हुए शाह ने दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित से सवाल पूछकर जवाब मांगा है। "अगर परिपक्व नहीं हैं तो उत्तर प्रदेश पर क्यों थोपते हैं। ये प्रयोगभूमि है क्या? यहां सीखने के लिए किसी को भेजना है क्या ? उत्तर प्रदेश समस्याओं का दरिया है और समस्याओं का समाधान करने के लिए कलेजा चाहिए।"
शाह ने उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने पर सभी 'कत्लखानों' को बंद करने का ऐलान करते हुए कहा कि वह प्रदेश में खून की नहीं बल्कि दूध और घी की नदियां बहाना चाहते हैं। शाह ने कहा, "उत्तर प्रदेश में जिस दिन भाजपा का मुख्यमंत्री शपथ लेगा, रात बारह बजे के पहले राज्य के सारे कत्लखाने बंद कर दिए जाएंगे। अब तक प्रदेश में गाय, भैंस और भेड़ के खून की नदियां बहायी गयीं। हम भी चाहते हैं कि उत्तर प्रदेश में नदियां बहें लेकिन खून की नहीं बल्कि दूध और घी की नदियां।" शाह ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में चारों ओर चाहे पूरब हो या पश्चिम, बुंदेलखंड हो या रूहेलखंड या पूर्वाचल भाजपा की आंधी दिखाई दे रही है। उन्होंने कहा कि आने वाले चुनाव की समाप्ति के बाद दो तिहाई बहुमत से भाजपा की सरकार बनने जा रही है।
उन्होंने कहा कि पिछले 14 साल से सपा और बसपा के शासन ने प्रदेश को बर्बाद करके रख दिया है। ना तो गांवों में 24 घंटे बिजली आती हैं, न दवाइयां सस्ती हैं, न महिलाएं सुरक्षित हैं और न ही व्यापारी सलामत हैं। शाह ने कहा कि दवाइयां सस्ती नहीं हैं, किसानों के धान की खरीद नहीं हुई, गन्ना किसानों को उनका बकाया धन नहीं मिला। लेकिन अखिलेश (मुख्यमंत्री अखिलेश यादव) कहते हैं कि काम बोलता है। साथ ही अखिलेश पर तंज कसा, "आप बेचारे अखिलेश से अन्याय मत कीजिए। पूरे उत्तर प्रदेश को उन्होंने हत्या के मामले में नंबर वन बना दिया। बलात्कार में नंबर वन बनाया। चोरी, लूट, डकैती, फिरौती और अपहरण के मामले में सब मामलों में उत्तर प्रदेश को नंबर वन बनाने का काम सपा की सरकार ने किया है। उनको (अखिलेश) लगता है कि यही काम है इसलिए कहते हैं काम बोलता है।"