विश्व की पहली अपनी किसम की 50 युनिवर्सिटियों में शुमार मोनमाउथ युनिवर्सिटी अमेरिका के उच्च स्तरीय वफद द्वारा चंडीगढ़ गु्रप आफ कालेजिस के झंजेडी कालेज में शिरकत करते हुए छात्रों के साथ अमेरिका में नौकरी और उच्च स्तरीय शिक्षा के अवसरों संबंधी जानकारी दी गई। युनिवर्सिटी के उच्च स्तरीय वफद जिसमें डा माईकल ओ पालादिनों, डा जो स्टाफ प्रोवोंसट जैसे विश्व प्रसिद्ध शिक्षाविद शासिल थे।डा माईकल ने जानकारी देते हुए बताया कि अमेरिका की भारतीय छात्रों और काम करने वालों प्रति नीति में बहुत अधिक बदलाव नहीं लाया जाएगा। क्योंकि भारत और अमेरिका लगातार एक दूसरे की भाईचारक सांझ में लगातार वृद्धि हो रही है। जिस कारण अमेरिकी नीति भारतीय के प्रति लचकदार ही रहेगी।उन्होंने बी टैक, एमबीए, बीबीए और बी काम सहित अन्य कोर्सों के छात्रों के साथ उनकी कैटेगिरी में अमेरिका में नौकरी के अवसर और उच्च स्तरीय शिक्षा संबंधी विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। विश्व शिक्षा माहिर डा जोन स्टाफ ने जानकारी देते हुए बताया कि झंजेडी कालेज में शिक्षा हासिल कर रहे छात्र अमेरिका में प्लेसमेंट और उच्च स्तरीय शिक्षा हासिल कर सकते हैं।
इसके अलावा उन्हें 1933 में बनी मोनमाउथ युनिवर्सिटी में इंटरनशिप और गर्मियों की ट्रेनिंग संबंधी भी विस्तारपूर्वक जानकारी दी। इसके अलावा उन्होंने एमबीए प्रोग्राम संबंधी भी जानकारी दी। डा माईकल ओ पालादिनो ने मोनमाउथ युनिवर्सिटी में एमबीए प्रोग्रामों संबंधी जानकारी देते हुए बताया कि युनिविर्सिटी को जहां एसोसिएशन आफ एडवांस कालेजिएट स्कूल आफ बिजनेस द्वारा मान्यता प्राप्त है, जिस द्वारा विश्व स्तर पर सिर्फ 5 प्रतिशत शैक्षिक संस्थाओं को मान्यता प्राप्त है।डा जिआकुन जांग, साफ्टवेयर इंजीनियरिंग ने आईटी स्ट्रीम के छात्रों को जानकारी देते हुए बताया कि झंजेडी कालेज की बीटैक की किसी भी स्ट्रीम के छात्र मोनमाउथ युनिवर्सिटी में कंप्यूटर साईंस और साफ्टवेयर इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री के कोर्स में दाखिला ले सकते हैं। डा वांग ने आई टी स्ट्रीम में अमेरिका में नौकरी के अवसरों संबंधी जानकारी देते हुए कहा कि आईटी मास्टर डिग्री होल्डर के लिए 20 से 25 प्रतिशत वेतन अधिक है और नौकरी के अवसर भी अधिक हैं। सीजीसी के प्रेसिडेंट रशपाल सिंह धालीवाल अनुसार बेशक झंजेडी कालेज में विश्व स्तरीय शिक्षा उपलब्ध करवाई जाती है परंतु फिर भी कुछ छात्र विदेश में शिक्षा हासिल करने के इच्छुक होते हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए इस जागरुकता सैमिनार का आयोजन किया गया ताकि झंजेडी कालेज के छात्र अमेरिका में प्लेसमेंट और उच्च शिक्षा की कीमती जानकारी हासिल कर सकें।