ज्ञान ज्योति गु्रप आफ इंस्टीट्यूशंस द्वारा सीआईआई के सहयोग से इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल स्टूडेंट चैप्टर की लांचिंग की गई। इस काउंसिल का लक्ष्य भारत को वर्ष 2025 तक वातावरण प्रेमी इमारतें बनाना है। काबिलेजिक्र है कि वातावरण प्रेमी इमारत से भाव इमारतों को कुदरत के स्रोतों से जोड़ते हुए कुदरत की सेवा से जोडऩा है। इस संबंधी जानकारी देते हुए आईजीबीसी चंडीगढ़ के चेयरमैन अरजीत कुमार गुप्ता ने बताया कि ग्रीन इमारत, इमारती ढांचे का संशोधित रूप है जिसमें न सिर्फ कुदरती उर्जा, रौशनी, हवा, पानी का सही तरीके से उपयोग होता है बल्कि इस इमारत में पौधे उगाकर धर्ती माता की सेवा भी की जाती है। चेयरमैन गुप्ता अनुसार इमारती ढांचे का निखारा हुआ यह रूप इमारत की खूबसूरती को भी चार चांद लगा देती है।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से धरती के नीचे कुदरती साधन कम होरहे हैं और प्रदूषण करके मौसम में बड़े स्तर पर बदल रहे हैं उन्हें देखते हुए ग्रीन बिल्डिंग ढांचे को अपनाना समय की मांग है।ज्ञान ज्योति गु्रप के चेयरमैन जे एस बेदी ने इस नए सिस्टम का हिस्सा बनते हुए कहा कि बेशक ज्ञान ज्योति गु्रप धरती माता की सेवा के लिए पौधारोपण करके प्रदूषित रहत समाज की अपील करता रहता है परंतु इस प्रयास से और अच्छे तरीके और समाज को संदेश देते नए तरीके से कुदरत की सेवा में अपना योगदान दे सकेंगे। चेयरमैन बेदी ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे अपने घरों के आस पास लोगों को कुदरती स्रोतों की अच्छे तरीके से उपयोग करने के लिए प्रेरित करें और अधिक से अधिक पौधारोपण करें।