वित्तमंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को प्रतिभूति बाजार नियामक सेबी की प्रशंसा की और कहा कि यह एक पेशेवर संगठन है, जो अर्थव्यवस्था और बाजार की जरूरतों के हिसाब से उभर रहा है। जेटली ने यह बयान बजट के बाद सेबी के बोर्ड के साथ हुई बैठक के बाद दिया। जेटली ने कहा, "सेबी विशाल अनुभव के साथ एक पेशेवर संगठन है।"मंत्री के मुताबिक इस बैठक के दौरान प्रतिभूति बाजार से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई।जेटली ने कहा कि भारतीय प्रतिभूति बाजार का पिछले 5-6 सालों के दौरान 'महत्वपूर्ण विकास' हुआ है और तकनीक ने परिचालन को काफी ज्यादा प्रभावित किया है। सेबी के मुताबिक उसके अध्यक्ष यू. के. सिन्हा ने भारतीय प्रतिभूति बाजार की हाल की घटनाओं और प्रवृत्तियों से वित्त मंत्री जेटली को परिचित कराया। सेबी ने एक बयान में कहा, "चर्चा के दौरान यह स्वीकार किया गया कि वित्त वर्ष 2015-16 से 2016-17 के बीच (जनवरी 2017 तक) बाजार आधारित फाइनेंस की तुलना में बैंक फाइनेंस प्रभावशाली ढंग से बढ़ा है।
"बयान में ध्यान दिलाया गया कि पिछले कुल सालों में म्यूचुअल फंड उद्योग ने संसाधन जुटाने में 'जबरदस्त' वृद्धि दर्ज की है। सेबी ने बताया कि म्यूचुअल फंड कारोबार को वित्त वर्ष 2015-16 के दौरान 3.68 लाख करोड़ का निवल प्रवाह हासिल किया जोकि वित्त वर्ष 2015-16 के दौरान हासिल 1.34 लाख की रकम के मुकाबले 2.75 गुना ज्यादा है।इस बैठक में वित्त राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल, सेबी के अध्यक्ष यू. के. सिन्हा, नवनियुक्त अध्यक्ष अजय त्यागी और वित्त मंत्रालय तथा भारतीय रिजर्व बैंक के शीर्ष अधिकारी शामिल हुए। मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति (एससीसी) ने शुक्रवार को भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी अजय त्यागी को सेबी के नए अध्यक्ष के रूप में चुना।त्यागी 1984 बैच के आईएएस अधिकारी हैं, जो हिमाचल प्रदेश कैडर के हैं। वह वर्तमान में वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग में अतिरिक्त सचिव का पदभार संभाल रहे हैं। वह सिन्हा की जगह लेंगे, जिनका विस्तारित कार्यकाल एक मार्च को समाप्त हो रहा है।