अमेरिका के लॉस एंजेलिस हवाईअड्डे के बाहर ट्रंप समर्थकों और विरोधी धड़ों के लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। दोनों ही धड़े हाथ में बैनर लिए नारेबाजी कर रहे हैं। ट्रंप विरोधी धड़ा सात मुस्लिम देशों के अमेरिका में प्रवेश पर प्रतिबंध का विरोध कर रहा है तो ट्रंप समर्थक इस फैसले के पक्ष में नारेबाजी कर रहे हैं। संघीय न्यायाधीश द्वारा ट्रंप के इस कार्यकारी आदेश पर अस्थाई रोक लगाने से मामले ने अलग मोड़ ले लिया है। लेनिक ट्रंप ने अदालत में अपील कर नया दांव भी खेल दिया है।लॉस एंजेलिस हवाईअड्डे से बाहर निकलने के लिए शनिवार को यात्रियों को खासी मशक्कत करनी पड़ी। ट्रंप के समर्थक और विरोधियों ने हवाईअड्डे के लगभग सभी निकास द्वारों की घेराबंदी कर ली। यहां पुलिस की भारी तैनाती के बीच नारेबाजी हो रही थी।हवाईअड्डे पर रैली में ट्रंप विरोधी एक प्रदर्शनकारी इरफाना ने आईएएनएस को बताया, "संघीय न्यायाधीश द्वारा ट्रंप के यात्रा प्रतिबंध संबंधी कार्यकारी आदेश को रद्द करने के बाद उम्मीद की किरण दिखी है।
हमन जानते हैं कि अब लड़ाई अमेरिका की नौंवी सर्किट कोर्ट ऑफ अपील्स और सर्वोच्च न्यायालय तक पहुंच गई है, लेकिन हमें कानून पर भरोसा है।"इरफाना के मुताबिक, यह लड़ाई मुस्लिम बहुल देशों के नागरिकों के अमेरिका में प्रवेश पर प्रतिबंध को लेकर ही नहीं है।इरफाना ने अमेरिकन सिविल लिबर्टीज यूनियन (एसीएलयू) के कार्य की सराहना करते हुए कहा, "इस लड़ाई का व्यापक अर्थ है। हम चाहते हैं कि सरकार नागरिक अधिकारों, अल्पसंख्यक अधिकारों और देश में आव्रजकों की सही आजादी को बहाल करे।"अमेरिकी न्याय विभाग ने आव्रजक प्रतिबंध रद्द करने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया है।ट्रंप ने ट्वीट कर कहा, "हम जीतेंगे। हमारे देश की सुरक्षा के लिए हम जीतेंगे।"ट्रंप ने इससे पहले ट्वीट कर कहा था, "इस तथाकथित न्यायाधीश की राय बेतुकी है और हम इसे पलट देंगे।"
मीडिया रपटों के मुताबिक, एक राष्ट्रपति के लिए न्यायपालिका के सदस्य पर इस तरह का हमला करना असामान्य है।लॉस एंजेलिस हवाईअड्डे पर काम करने वाले डेनियल के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों द्वारा पैदा की गई स्थिति स्वीकार्य नहीं है, क्योंकि इससे दैनिक जीवन की गतिविधियां प्रभावित होती हैं।डेनियल ने आईएएनएस को बताया, "मुझे यह स्थिति पसंद नहीं है। मुझे इस समस्या का समाधान जल्द होने और देश के हालात सामान्य होने की उम्मीद है।"हवाईअड्डे पर ट्रंप के समर्थक भी थे। रैली में ट्रंप के समर्थक जेम्स ने आईएएनएस को बताया, "अमेरिका आव्रजकों और शरणार्थियों का देश बन गया है। हमारी अपनी जमीन अपने रोजगार वापस चाहिए।
हम ट्रंप का समर्थन करते हैं और हमें विश्वास है कि वह हमारा देश पहले की तरह कर देंगे।"विदेश विभाग के एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी एफे को बताया कि अमेरिकी जिला अदालत के वरिष्ठ न्यायाधीश जेम्स एल.रॉबर्ट के फैसेल के बाद विदेश विभाग ने कहा कि उसने हजारों वीजा आवेदन बहाल कर दिए हैं। ट्रंप के कार्यकारी आदेश के तहत खारिज किए गए वीजा बहाल कर दिए गए हैं।अधिकारी ने कहा कि जिन लोगों के वीजा रद्द नहीं किए गए थे, यदि उनके वीजा वैध हैं तो वे अमेरिका की यात्रा कर सकते हैं।गौरतलब है कि ट्रंप ने 27 जनवरी को एक कार्यकारी आदेश जारी किया था, जिसके तहत ईरान, इराक, लीबिया, सोमालिया, सूडान, सीरिया और यमन के नागरिकों के अमेरिका में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। इस आदेश का दुनियाभर में व्यापक विरोध हुआ है।