पंजाब कांगे्रस अध्यक्ष कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने पंजाब एंड चंडीगढ़ कालेज टीचर्ज यूनियन को भरोसा दिया है कि सत्ता में आने के बाद जल्द ही उनकी सरकार उनकी उचित मांगों को हल कर देगी। यह भरोसा यूनियन के प्रधान व महासचिव, मुखविंदर सिंह व डा. विनय सोफत के हस्ताक्षर वाले ज्ञापन द्वारा प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष को उनकी मांगों से अवगत करवाने के बाद दिया गया है।ज्ञापन में खुलासा किया गया है कि पड़ोसी राज्यों हरियाणा व हिमाचल प्रदेश सहित देशभर में एडिड कालेजों में कार्यरत अध्यापकों को पैंशन व ग्रेच्युटी के फायदे दिए जा रहे हैं, लेकिन पंजाब के कालेज अध्यापकों को इससे वंचित रखा जा रहा है।
इसमें प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष से अन्य राज्यों की तरह उनके लिए रिटायरमेंट के फायदे सुनिश्चित करने की अपील की गई है।ज्ञापन में 2005 में भर्ती पर लगी रोक को हटाने की मांग की गई है। इसी तरह, ठेके पर काम करने वाले टीचिंग एवं नान-टीचिंग स्टाफ को पक्का करने की मांग की गई है। यूनियन ने आगे मांग की है कि गैर सहायता प्राप्त पोस्टों पर काम करने वाले टीचरों को पंजाब एफिलिएटिड कालेज सिक्योरिटी ऑफ सर्विस एक्ट, 1974 के दायरे में लाया जाए।यूनियन ने अपने ज्ञापन में डी.पी.आई (कॉलेजों) कार्यालय को वहां भारी भ्रष्टाचार होने की खबरों के मद्देनजर दोबारा पटरी पर लाने की मांग की है।