चंडीगढ़ गु्रप आफ कालेजिस के झंजेड़ी कालेज द्वारा राष्ट्रीय बालिका दिवस की पूर्व संध्या के अवसर पर उन्होंने महान महिलाओं को सम्मानित किया गया। जिन्होंने अपनी शारीरक कमजोरी, समाज की विरोधता अथवा अन्य बुरे हालातों में हिम्मत न हारते हुए उन्होंने हालातों का सामना किया और मंजिल हासिल की। झंजेडी कालेज के सभागार में आयोजित एक समागम में डा प्रीतम संधू, महासचिव, बाल विकास सभा ने भाग लेते हुए छात्रों के साथ अपना तजुर्बा शेयर करते हुए आत्मविश्वास के गुर शेयर किए। कामिनी विनीत कौर सेठी पीसीएस, जिला कंट्रोलर खाद्यपूर्ति व खप्तकार मामलों ने अपने पीसीएस बनने तक का सफर, उस में आने वाी दिक्कतों व उनके हल के नुक्ते भी शेयर किए। विनीत अनुसार लड़कियों अंदर सहनशीलता व आत्मविश्वास लड़कों के मामले कहीं अधिक होता है। इसी गुण को अपना कर लड़कियां अपनी मंजिल चुनते हुए तरक्की कर सकती हैं। सैमिनार में भाग लेने वाली पंद्रह वर्षीय तलवारबाजी की अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी छवी कोहली ने छात्रों के साथ विचार विमर्श करते हुए कहा कि सिर्फ और सिर्फ मंजिल को देखना चाहिए। क्योंकि जो लोक आपके संघर्ष पर उंगली उठाते हैं वहीं आपको कामयाबी मिलने पर तालियां बजा रहे होते हैं। चौथी स्पेशल अतिथि निशा बानो जो मशहूर गायका हैं, ने छात्रों के साथ संघर्ष के जीवन से सफलता तक के समय में महिला के भीतर होने वाली मनास्थिति और उसके समाधान बारे कीमती जानकारी शेयर की। इस अवसर पर छात्रों ने भी कई प्रश्न पूछे जिनका उत्तर इन हस्तियों ने बेहतरीन ढंग से दिया।
इस अवसर पर सीजीसी के प्रेसिडेंट रशपाल सिंह धालीवाल ने कहा कि आज बेशक समय के चलते लड़के लड़की की सोच में भी फर्क आया है परंतु फिर भी आज के दौर में लड़कियों को शिक्षा, कैरियर की सोच सहित और कई बातों के लिए अपने अभिभावकों की सोच पर निर्भर रहना पड़ता है। इसलिए समाज में आज भी लड़कियों की आजादी और उन्हें अपनी सोच के अनुसार जीवन जने के अवसर देना बहुत जरूरी है। उन्होंने लड़के लड़की को बराबर समझने की सोच अपनाने पर बल देते हुए कहा कि अगर भारत को विकासशील देश बनाना है तो सबसे पहले लड़के लड़की के फर्क को खत्म करना होगा। प्रेसिडेंट धालीवाल ने जानकारी शेयर करते हुए कहा कि उन्हें गर्व है कि झंजेड़ी कालेज में शिक्षा हासिल करने वाली लड़कियों ने भी नौकरियों, खेल व शिक्षा के क्षेत्र में कालेज का नाम रोशन किया है। इस अवसर पर सीजीसी झंजेड़ी कालेज की मैनेजमेंट द्वारा भी इन सख्शियतों को समृति चिन्ह और शाल देकर सम्मानित किया गया।