कैनेडा से आम आदमी पार्टी (आप) के पक्ष में चुनाव प्रचार हेतु कैनेडा से आए एन.आर.आईज़ (अप्रासी भारतीयों) ने आज पंजाब प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष कैप्टन अमरेन्द्र सिंह को आड़े हाथों लिया क्योंकि कैप्टन ने उन्हें ‘बाहरी लोग’ कहा था। एन.आर.आईज़ ने इस की शिकायत चुनाव आयोग के पास भी की है।कैनेडा में ‘चलो पंजाब’ के संस्थापकों जोबन रन्धावा, सुरिन्दर मावी एवं जसकीरत मान सहित बड़ी संख्या में विद्यमान एन.आर.आईज़ ने इस कारण भी कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की सख़्त निंदा की क्योंकि उन्होंने इन एन.आर.आईज़ को पंजाब से बाहर फेंकने की मांग की थी तथा उन्होंने घोषणा की कि उनका यहां चुनाव प्रचार करने का संवैधानिक अधिकार है। उन्होंने कहा,‘‘हमें इस बात की कोई परवाह नहीं है कि अमरेन्द्र क्या कहता है, चाहे हमें आम आदमी पार्टी को समर्थन देने के बदले में जेल ही क्यों न भेज दिया जाए।’’टोरान्टो में आम आदमी पार्टी के युवा मामलों के संयोजक (यूथ कन्वीनर) जोबन रन्धावा ने कहा कि पंजाब को कांग्रेस व बादल परिवार के शिकंजों से मुक्त करवाने हेतु 35,000 से अधिक एन.आर.आईज़ राज्य में चुनाव प्रचार करेंगे।
उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह इस कारण निराश हो गए हैं क्यों एन.आर.आईज़ ने कांग्रेस को अपना समर्थन देने से साफ़ इन्कार कर दिया था। अमरेन्द्र सिंह पहले एन.आर.आईज़ का समर्थन लेने हेतु अमेरिका एवं कैनेडा जा कर आए थे। तब उन्हें टोरान्टो एवं वैनकूवर में दाख़िल ही नहीं होने दिया गया था तथ वैसे भी उन्हें वहां पर उनकी कोई अनुक्रिया प्राप्त नहीं हुई थी।जोबन रन्धावा ने कैप्टन अमरेन्द्र सिंह को संबोधित होते हुए कहा कि पंजाब में उनकी ज़मीन-जायदाद एवं परिवार हैं तथा उन्हें कोई अधिकार नहीं उन्हें ‘बाहरी व्यक्ति’ कहा जाए। उन्होंने कहा कि एन.आर.आईज़ तब तक तो बहुत अच्छे थे, जब तक वे कांग्रेस व शिरोमणी अकाली दल को मोटी राशियां दान करते थे परन्तु अब जब उन्होंने आम आदमी पार्टी को अपना समर्थन देना प्रारंभ कर दिया है, तो वही एन.आर.आईज़ अब उन दोनों पार्टियों कांग्रेस एवं अकाली दली को ‘दहशतगर्द’ लगने लगे हैं।उन्होंने बताया कि इंग्लैण्ड के एन.आर.आईज़ का दूसरा बैच 24 जनवरी को अमृतसर के हवाई अड्डे पर पहुंचेगा तथा वह उसी दिन मजीठा में एक ‘रोड शो’ का आयोजन करेंगे, जहां से बिक्रम मजीठिया चुनाव मैदान में है।
कैनेडा में आम आदमी पार्टी के संयोजक सुरिन्दर मावी ने कहा कि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह को एन.आर.आईज़ से इस कारण भय लगता है क्योंकि एक भी एन.आर.आई ने इस बार उन्हें अपना समर्थन नहीं दिया तथा इसी कारण ही उन्होंने चुनाव आयोग के पास शिकायत भी की है। पंजाब प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष ने पहले मीडिया के समक्ष झूठा दावा किया था कि कांग्रेस पार्टी के चुनाव अभियानों को अपना समर्थन देने हेतु 400 एन.आर.आईज़ पंजाब आ रहे हैं। यदि वह एन.आर.आईज़ को समर्थन का आह्वान दे सकते हैं, तो फिर यदि एन.आर.आईज़ अब आम आदमी पार्टी को अपना समर्थन दे रहे हैं, तो इससे उन्हें क्या समस्या हो गई है? उन्होंने कहा कि अन्य दल भी एन.आर.आईज़ का समर्थन लेने हेतु स्वतंत्र हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका एवं कैनेडा में एन.आर.आईज़ ने कांग्रेस व शिरोमणी अकाली दल दोनों ही पार्टियों के नेताओं को मुंह नहीं लगाया था।श्री मावी ने कहा कि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह एवं बादल परिवार अब आदमी पार्टी को पराजित करने हेतु अन्दरखाते एकजुट हो चुके हैं परन्तु आम आदमी पार्टी इस बार दिल्ली का रेकार्ड भी तोड़ कर 100 से अधिक सीटें जीतेगी।
उन्होंने कहा कि हवा इस समय आम आदमी पार्टी के पक्ष में बहुत सशक्त है तथा कैप्टन अमरेन्द्र सिंह इसे रोकने में सफ़ल नहीं हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने लम्बी से केवल बादल को बचाने हेतु ही अपने नामज़दगी दस्तावेज़ दाख़्लि किया हैं क्योंकि वहां आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी जरनैल सिंह बड़े अन्तर से जीतते दिखाई दे रहे हैं।सुश्री जसकीरत मान ने कहा कि पंजाब में अब भ्रष्टाचार व बेतुके शासन के विरुद्ध क्रांति एक आकार लेती जा रही है तथा सभी एन.आर.आईज़ उसी क्रांति में सम्मिलित होने हेतु पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब में आने वाले अधिकतर एन.आर.आईज़ व्यावसायी अर्थात प्रोफ़ैशनल हैं तथा उन्हें ‘दहशतगर्द’ करार देना एक बड़ी ग़लती है तथा एन.आर.आईज़ का अपमान है। उन्होंने कहा कि इस बड़ी ग़लती एवं ऐसी अभद्र व अपमानपूर्ण टिप्पणी हेतु अमरेन्द्र सिंह को क्षमा मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पंजाब की जनता अब भ्रष्टाचार एवं माफ़िया राज्य से थक चुकी है, इसी लिए वह अब राज्य में परिवर्तन चाहती है।जसकीरत मान ने कहा कि एन.आर.आईज़ की एकमात्र चिंता यही है कि पंजाब की जनता लोकतंत्र एवं सुशासन का आन्नद मनाए। उन्होंने कहा कि बादल परिवार ने राज्य की जनता को लूटा है तथा कैप्टन अमरेन्द्र सिंह अब उसे बचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2017 के विधान सभा चुनावों के साथ कैप्टन अमरेन्द्र सिंह का राजनीतिक कैरियर भी सदा के लिए समाप्त हो जाएगा।