इनसो के राष्ट्रीयाध्यक्ष दिग्वििजय सिंह चौटाला ने कहा कि एसवाईएल. के मुद्दे पर कांग्रेस के विधायक रणदीप सिंह सुर्जेवाला ने खुलेआम पंजाब का साथ देकर हरियाणा वासियों के साथ विश्वासघात किया है और अब उन्हें हरियाणा में राजनीति करने का कोई हक नहीं रह गया है। यह बात दिग्वििजय सिंह चौटाला ने आज कैथल में सुर्जेवाला के खिलाफ प्रदेशभर से लामबंद हुए हजारों इनसो कार्यकत्र्ताओं का नेतृत्व करते हुए लघु सचिवालय के प्रांगण में कांग्रेस व सुर्जेवाला का पुतला फूंकने के बाद कही। उन्होंने कार्यकत्र्ताओं के साथ सुर्जेवाला के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और स्थानीय प्रशासन के माध्यम सेे राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में मुख्य तौर पर सुर्जेवाला को विधायक पद से बर्खास्त करने की मांग की गई है। इनसो कार्यकत्र्ता आज कैथल के जवाहर पार्क में एकत्रित होकर एक जुलूस की शक्ल में कांग्रेस विधायक के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कैथल के लघु सचिवालय पहुंचे जहां इन कार्यकत्र्ताओं को संबोधित करते हुए दिग्विजय चौटाला ने ऐलान किया कि रणदीप सुर्जेवाला के लिए हरियाणा की सीमाएं हमेशा के लिए बंद हो गई है और अब नैतिक तौर पर भी सुर्जेवाला का हरियाणा में आना वाजिब नहीं है। उन्होंने कहा कि जब तक रणदीप सुर्जेवाला हरियाणावासियों से माफी नहीं मांगते तब तक इनसो कार्यकत्र्ता उन्हें प्रदेश में न तो कोई राजनैतिक कार्यक्रम करने देंगे और न ही किसी परिचर्चा में शामिल होने देंगे। दिग्विजय चौटाला ने चेतावनी देते हुए कहा कि एक सप्ताह के भीतर-भीतर यदि रणदीप सुर्जेवाला माफी नहीं मांगते तो 10 जनपथ के सामने भी जोरदार प्रदर्शन किया जाएगा।
इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस नाम की तो घास भी बड़ी निकम्मी होती है और इसे जड़ से उखाडक़र ही साफ किया जा सकता है। छात्र नेता ने कहा कि हरियाणा के हितों के लिए इनेलो प्रमुख का जो भी कोई निर्देश आएगा उसकी पालना में इनसो कार्यकत्र्ता हर कीमत पर पहली पंक्ति में खड़े नजर आएंगे। इनसो नेता ने कहा कि पंजाब में जो भी पार्टी चुनाव के दौरान हरियाणा के हिस्से का पानी देने का विरोध करेगी उसे प्रदेश में घुसने नहीं दिया जाएगा। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद पंजाब के हक में कुछ नहीं बचा है और अब केवल हिम्मत करने की जरूरत है क्योंकि कई बार अपने अधिकारों को पाने के लिए संघर्ष भी करना पड़ता है और संघर्ष की सफलता में देर हो सकती है लेकिन संघर्ष कभी विफल नहीं रहता क्योंकि संघर्ष सदैव सक्षम है। इस मौके पर इनसो प्रभारी रणधीर चीका, पंडित कंवरपाल करोड़ा, हरदीप पाडला, प्रदीप देसवाल, राजेश ढुल पाई, संजीव छौत, मोनी बालू, संदीप ढांडा, जसमेर तितरम, बलराज नौच, े संपूर्ण कोयल, संदीप नैन, राजू जुलानीखेड़ा, जोगेंद्र कसान, नरेंद्र श्योकंद, जयवीर ढांडा, राकेश चहल, सोमबीर, दीप बालू, सुनील नरड़, प्रदीप सिंहमार, चंद्रभान दयौरा, मंजू जाखड़, काजल मित्तल, मंजू जागलान, रीतू, पिंकी, चिन्नी राणा भी उपस्थित थे।