बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने अपने 61वें जन्मदिवस के अवसर पर कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को उत्तर प्रदेश में आने से रोकना बहुत जरूरी है। भाजपा और केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा कि दोनों की कथनी और करनी में काफी अंतर है। यही कारण है कि ये लोग जो कहते हैं, करते उसके विपरीत हैं। मायावती ने कहा, "भाजपा को उप्र में आने से रोकना सपा, कांग्रेस और रालोद जैसे दलों के बस का नहीं है। भाजपा को उप्र में आने से केवल बसपा ही रोक सकती है।" मायावती ने रविवार को अपने जन्मदिवस के अवसर पर प्रमुख रूप से भाजपा और केंद्र की मोदी सरकार के साथ-साथ कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर भी जमकर निशाना साधा। लेकिन लगभग एक घंटे के संबोधन में मायावती ने भाजपा और मोदी सरकार को ही कोसने का काम किया।
मायावती ने नोटबंदी को जहां पूर्णतया राजनीतिक स्वार्थवश लिया गया निर्णय करार दिया। उन्होंने कहा कि जल्दबाजी में लिए गए इस फैसले से देश की जनता विशेषकर मध्यम वर्ग अभी उबर नहीं पा रहा है। 50 दिन से ज्यादा बीत गए, लेकिन अभी तक देश में हालात पहले की तरह सामान्य नहीं हुए।नोटबंदी से देश में 150 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। मायावती ने कहा कि देश भर में ये भी आम चर्चा है कि नोटबंदी का ये फैसला लेने से पहले दस महीने में भाजपा व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी पार्टी और राष्ट्रीय नेताओं और चंद पूंजीपतियों एवं धन्नासेठों के काले धन को पूरे तौर से ठिकाने लगवा दिया था।बसपा के प्रदेश मुख्यालय में रविवार को अपने 61वें जन्मदिन के अवसर पर आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान मायावती ने कहा कि वे सपा की तरह शाही अंदाज में जन्मदिन नहीं मनाती है।
मायावती ने खुद के बर्थडे को लोक कल्याण दिवस के रूप में मनाने की कार्यकतरओ से अपील की। केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा कि उनके परिवार के लोगों पर जानबूझकर कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा, "भाजपा अपने फायदे के लिए मुझे और मेरे परिवार को बदनाम करने की कोशिश कर रही है। चुनाव से पहले कारोबार में गलतियां दिख रही है। ढाई साल के दौरान मोदी सोए हुए थे।"उन्होंने कहा, "उप्र की जनता भाजपा से चुनाव में इसका बदला लेगी। भाजपा का दांव उन्हें उल्टा पड़ेगा।" अमित शाह पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, "भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को मेरी फैमिली की संपत्ति के बारे में जानने की ज्यादा दिलचस्पी है। देश की सभी पार्टियों के 300 बड़े नेताओं और उनके रिश्तेदारों की लिस्ट बनाकर संपत्ति की जांच होनी चाहिए।"
मायावती ने कहा, "मोदी सरकार ने अब तक जनता से किए वायदे को पूरे नहीं किया है। वह जनता को गुमराह कर रहे हैं। चुनाव से पहले लगातार नई योजनाओं की घोषणा हो रही है।" उन्होंने भाजपा से नजदीकी रखने वाले कारोबारियों के बैंक अकाउंट को सार्वजनिक करने की मांग की।उन्होंने कहा कि इन दिनों अपनी सभी जनसभाओं में भाजपा नेता कह रहे हैं कि केंद्र के साथ-साथ यदि उप्र में भी भाजपा की सरकार होगी तो उप्र का पूर्ण अपेक्षित विकास हो पाएगा। इस पर मायावती ने कहा कि 1998 से 2002 तक केंद्र में भाजपा की सरकार थी तब उप्र का विकास क्यों नहीं किया।मायावती ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अभी तक यह स्पष्ट नहीं कर पाए हैं कि नोटबंदी के बाद से कितना काला धन पकड़ा, कितना भ्रष्टाचार कम किया और कितने जाली नोटों को ध्वस्त किया गया।
उन्होंने कहा, "भाजपा और मोदी सरकार आरएसएस के एजेंडे को देश में लागू करना चाहते हैं। आज मोदी सरकार की नीतियों से जनता कंगाल हो गई है। ऐसे में भाजपा भुगतने को तैयार रहें।"उन्होंने कहा, "जनता ने जो हाल कांग्रेस का किया था वही हाल भाजपा का करेगी। भाजपा को अब अच्छे दिन के साथ-साथ बुरे दिन के लिए भी तैयार रहना चाहिए। भाजपा को यह समझना चाहिए कि काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती।"जन्मदिन के मौके पर मायावती ने कांग्रेस को ऑक्सीजन पर चलने वाली पार्टी करार दिया। वहीं, सपा में चल रहे घमासान को भी भाजपा से जोड़ दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा और सपा मिली हुई है।
उन्होंने समाजवादी पार्टी को गुंड़ों और बाहुबलियों की पार्टी बताया। इस मौके पर बसपा आध्यक्ष ने बसपा की ब्लू बूक 'मेरे संघर्षमय जीवन एवं बसपा मूवमेंट का सफरनामा" के भाग-12 किताब का विमोचन भी किया।बसपा अध्यक्ष ने कहा कि वर्ष 2017 में बसपा की सरकार बनेगी तो लैपटॉप नहीं बांटे जाएंगे बल्कि लोगों को नगदी दी जाएगी, जिससे वह अपनी जरूरत के मुताबिक धन खर्च कर सकें। उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि बसपा सरकार में अब पार्क और स्मारक नहीं बनाए जाएंगे, क्योंकि पिछली सरकार में यह काम पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा, "हमारी सरकार की पूरी ताकत जनता को सुरक्षित और उन्हें विकसित करने में प्रयोग की जाएगी। हमारी सरकार सर्वजन हिताय-सर्वजन सुखाय की नीति पर काम करेगी।" मायावती ने अपने जन्मदिवस पर जनता से तोहफे के रूप में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने की बात कही।