मेरा काम अपनी टीम को प्रोत्साहित करते रहना है : अनुराग बत्रा
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नई दिल्ली , 15 Jan 2017
प्रो रेसलिंग लीग (पीडब्ल्यूएल) के दूसरे संस्करण में चार मुकाबले खेलने के बाद भी अपना खाता खोल पाने में नाकामयाब रही दिल्ली सुल्तान की टीम के मालिक और बीडब्ल्यू बिजनेसवर्ल्ड के मुख्य संपादक अनुराग बत्रा का कहना है कि परिणाम जो भी हों, वह अपने खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देते रहते हैं। आईएएनएस के साथ एक साक्षात्कार में बत्रा ने कहा कि उन्हें अपनी टीम की स्थिति का भलिभांति ज्ञान है, लेकिन उनसे अधिक हार की निराशा खिलाड़ियों और कोचों के चेहरों पर दिखाई देती है और इसलिए, वह खिलाड़ियों को भविष्य में बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित करते हैं।उल्लेखनीय है कि पीडब्ल्यूएल सीजन-2 में खेले गए अपने चारों मुकाबलों में दिल्ली सुल्तान की टीम ने हार का सामना किया है।
इस बारे में जब 'एक्सचेंजफॉरमीडिया' समूह के प्रमुख संपादक बत्रा से पूछा गया, तो उन्होंने कहा, "खेल में हार-जीत चलती रहती है और मुझसे अधिक खिलाड़ियों और उनके कोचों के चेहरों पर अधिक निराशा होता है। इस निराशा को दूर करने और अगले मैच में बेहतर प्रदर्शन के लिए मैं उन्हें प्रोत्साहित करता हूं।" पीडब्ल्यूएल में शुक्रवार को मुंबई से हुए मुकाबले में दिल्ली की टीम एक स्तर पर 3-3 से बराबर थी और हार-जीत का फैसला करने वाला अंतिम मुकाबला मुंबई के पाव्लो ओलियेनिक और दिल्ली के सत्यव्रत कादियान के बीच था। इस मैच के अंतिम क्षणों में पाव्लो ने सत्यव्रत को पछाड़ा और इस कारण जीत मुंबई के हिस्से में रही। इस जीत की बदौलत मुंबई ने पीडब्ल्यूएल के फाइनल में कदम रखा, वहीं सत्यव्रत अपना जीता हुआ मैच हारने से काफी निराश हुए। इस बारे में बत्रा ने कहा, "पिछले मैच की बात की जाए, तो मुझे बुरा लगा।
हम जीतते-जीतते हार गए।"बत्रा ने कहा, "मैं खिलाड़ियों को हर मैच के बाद कहता हूं कि उन्होंने अच्छा प्रयास किया या अच्छा खेला, ताकि उन्हें उनकी जीत पर अधिक खुशी हो और अगर हारते हैं, तो अधिक निराशा न हो।"दिल्ली टीम के प्रदर्शन पर कप्तान साक्षी की प्रतिक्रिया के बारे में बत्रा ने कहा कि साक्षी अपने मुकाबले को जीतने के बाद भी निराश थी। बत्रा ने कहा, "साक्षी भले ही अपने अब तक के सभी तीन मुकाबलों में जीतीं हों, लेकिन एक कप्तान के तौर पर टीम के एक भी मुकाबला न जीत पाने के कारण और शुक्रवार को हुए मुकाबले में अपने मंगेतर सत्यव्रत की जीत को हार में बदलता देख वह निराश थीं।"रियो ओलम्पिक कांस्य पदक विजेता साक्षी के टीम में शामिल होने के बावजूद दिल्ली सुल्तान अब तक खाता नहीं खोल पाई। इस बारे में टीम के मालिक बत्रा ने कहा कि नीलामी के दौरान मुझे बताया गया था कि साक्षी अच्छी फार्म में नहीं हैं, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने कांस्य पदक विजेता को टीम में शामिल करना जरूरी समझा।
पीडब्ल्यूएल के अगले सत्र की नीलामी के लिए टीम के खिलाड़ियों में बदलाव के बारे में बत्रा ने कहा, "मैं किसी प्रकार का कोई बदलाव नहीं करूंगा और अगर बस में रहा, तो फिर से इन्हीं खिलाड़ियों को चुनूंगा और अपनी टीम को बरकरा रखूंगा। खेल में उतार-चढ़ाव आते हैं और हार के पीछे कोई कारण नहीं होता, लेकिन मैं अगले संस्करण में भी इन्हीं खिलाड़ियों के साथ जुड़ा रहना चाहता हूं।"पीडब्ल्यूएल के दूसरे संस्करण में शामिल हुए बत्रा से जब उनके अनुभव के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, "यह बेहद शानदार है। मैं सच कहूं तो इस सीजन में मैंने बिना किसी योजना के कदम रखा था और टीम ने जो प्रयास किया मैं उससे खुश हूं।"बत्रा ने कहा, "यह खेल जमीन से जुड़ा हुआ है और कई साल से चला आ रहा है। इस कारण इसे देखने वाले दर्शकों की संख्या में कमी भी नहीं हुई है। मैं अपने अनुभव से बेहद खुश हूं।"