घुबाया के बेटे को फाजिल्का भेज कर सुखबीर बादल को बचाना चाहती है कांग्रेस - भगवंत मान
कांगे्रस की लिस्ट से सिद्धू और प्रगट सिंह के नामों का गायब होना कांग्रेस में बड़ी मूसीबत की निशानी है
5 Dariya News
चंडीगड़ , 12 Jan 2017
आम आदमी पार्टी (आप) ने कहा है कि कांग्रेस और शिरोमणी अकाली दल के बीच हुआ समझौता अब जनतक हो गया है क्योंकि अकाली सांसद शेर सिंह घुबाया के बेटे दविन्दर घुबाया को जलालाबाद से फाजिल्का बदल दिया गया है। आम आदमी पार्टी की चुनाव प्रचार समिति के चेयरमैन भगवंत मान ने एक प्रैस ब्यान में कहा कि कांग्रेस की तरफ से यह सब कुछ सुखबीर बादल के कहने पर किया गया है, क्योंकि सुखबीर बादल जलालाबाद में खुद को असुरक्षित महसूस कर रहा था। उन्होंने कहा कि सुखबीर बादल की तरफ से घुबाया परिवार को धमकी दी गई और परेशान किया गया, जिस कारण राए सिक्ख भाईचारे के लोग जलालाबाद हलके में सुखबीर बादल को वोट नहीं देंगे। मान ने कहा कि सुखबीर बादल ने राए सिक्ख वोट हासिल करने के लिए कांग्रेस के साथ समझौता किया है, परन्तु उसको (सुखबीर बादल को) बड़ी हार का सामना करना पड़ेगा। कांग्रेस की तरफ से तीसरी लिस्ट जारी होने पर मान ने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह की तरफ से एक परिवार एक टिकट का नियम कह कर लोगों को गुमराह किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने टिकटों की बांट में दोहरा मापदंड अपनाया है।
कांग्रेस उम्मीदवारों की जारी लिस्ट दागी पूर्व मंत्रियों, उनके परिवारों के सदस्यों और अकाली दल को छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हुए व्यक्तियों की है। मान ने कहा कि कांग्रेस की लिस्ट से सिद्धू जोड़ा, प्रगट सिंह और अकाली दल को छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हुए लोगों के नाम गायब होना यह साफ संकेत देता है कि कांग्रेस पार्टी में बड़ा भूचाल आया हुआ है। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह आम आदमी पार्टी पर कंमैंट करने का नैतिक आधार खो चुके हैं। मान ने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने दो महीने से दिल्ली में डेरे लगाऐ हुए हैं और अपने चहेतों को टिकटें दिलाने के लिए मिन्नतें कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह कांग्रेस हाईकमान की आंखों से अपनी कीमत खो चुके हैं। उन्होंने कैप्टन अमरिन्दर सिंह को सलाह दी कि वह हार स्वीकार कर लें और कांग्रेस के सत्ता में आने का झूठा स्वप्न न देखें। उन्होंने कहा कि 2017 का चुनाव कैप्टन अमरिन्दर सिंह की हार की हैट्रिक होंगी। उन्होंने कहा कि सूबे में कांग्रेस कभी वापिस नहीं आई, जहां उसने दो बार लगातार हार का मुंह देखा है, इस कारण पंजाब में कांग्रेस की हार निश्चित रूप से है।