आवाज़-ए-हिंदुस्तान के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने आज बीएसएफ के जवान तेज बहादुर यादव के आरोपों की जांच आईपीएस अधिकारीयों की एसआईटी बनाकर करने की मांग को लेकर देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह को ईमेल भेजा l शांडिल्य ने आज अपने निवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा की क्योंकि तेज बहादुर यादव के आरोप बीएसएफ के अधिकारीयों के खिलाफ है की उनकी मिलीभगत के कारण घटिया खाना मिल रहा है ऐसे में जांच बीएसएफ के अधिकारीयों से करवाना उचित नहीं होगा l शांडिल्य ने कहा तेज बहादुर का आरोप भारत के स्वाभिमान से जुड़ा है,देश की सरकार के सम्मान से जुड़ा है ऐसे में तेज बहादुर के आरोपों की जाँच वैसे ही होनी चाहिए जिस प्रकार गुरुनानक देव जी ने दो रोटियों को लेकर एक से खून एवं दूसरी से दूध निकाल दिया था l आवाज़-ए-हिन्दुस्तान सुप्रीमो ने कहा की देश की इलेक्ट्रॉनिक व प्रिंट मिडिया ने एक बार साबित किया की वह समाज का आइना है और उन्होंने फेसबुक पर तेजबहादुर के वीडियो को जन-जन तक पहुंचाया l
शांडिल्य ने कहा इन आरोपों की निष्पक्ष जांच इसलिए जरूरी है क्योंकि तेजबहादुर का वीडियो करोड़ों लोग देख चुके है l गृहमंत्री को भेजे मेल में कहा की यदि तेजबहादुर यादव के खिलाफ बीएसएफ ने जांच पूरी होने से पूर्व कोई कारवाई की तो बीएसएफ के अधिकारीयों के खिलाफ आवाज़-ए-हिंदुस्तान अदालत का दरवाजा खटखटा सकता है l वीरेश शांडिल्य ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पैगाम जारी कर तेजबहादुर से कई सवाल किए की उनके साथ क्या ओर लोग ड्यूटी पर तैनात नहीं थे उन्होंने अपना ही वीडियो पैगाम क्यों भेजा और क्या इससे पहले तेजबहादुर ने घटिया भोजन की शिकायत बीएसएफ के डीजीपी या उच्च अधिकारी या गृह मंत्रालय को की l इस अवसर पर कुलवंत सिंह मानकपुर,लखविन्द्र सिंह साधापुर,गुरचरन सिंह बलिस,जसमीत सिंह जस्सी,केसर सिंह आदि मौजूद थे l ज्ञात रहे 2 दिन पहले तेजबहादुर यादव का घटिया खाने को लेकर वीडियो सोशल मिडिया पर वायरल हुआ था l