पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने राज्य में विधानसभा चुनावों पर मंडरा रहे आतंकी व सांप्रदायिक हिंसा के खतरे को लेकर खबरों पर गहरी चिंता जाहिर की है और इन हालातों से निपटने के लिए पंजाब में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। इस क्रम में केन्द्र की पंजाब पुलिस को आतंकी हमलों व धार्मिक बेअदबी की घटनाओं की आशंका के मद्देनजर सतर्क रहने की चेतावनी पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए, कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा है कि उक्त हालात केन्द्र के शासन में चुनाव करवाने सहित गंभीर स्थिति से बचने के लिए तुरंत कदम उठाए जाने की जरूरत पर बल देते हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा है कि इन हालातों में मजबूत व सख्त कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने राज्य में कानून व व्यवस्था की स्थिति सामान्य करने व इसे बाहरी खतरों से बचाने की दिशा में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने के साथ चुनाव आयोग के दखल की मांग की है।
कैप्टन अमरेन्द्र ने जोर देते हुए कहा है कि केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा पंजाब पुलिस को दी गई चेतावनी राज्य में पेश आ रही हिंसा का मुकाबला करने की दिशा में काफी नहीं है, जो पहले ही आतंकवादियों के साथ-साथ अपने शासकों के हाथों बहुत कुछ सहन कर चुका है।प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा है कि पंजाब सहित अगले माह चुनावों का सामना करने जा रहे अन्य राज्यों में भारी तादात में सुरक्षा बलों की तैनाती के बावजूद केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा राज्य पुलिस को निर्देश यह स्पष्ट करने के लिए काफी है कि जमीनी स्तर पर हालात बहुत गंभीर व विस्फोटक हैं।इस दिशा में, कैप्टन अमरेन्द्र ने मुद्दे की गंभीरता को दर्शाने के लिए बीते एक साल में धार्मिक गंरथों की बेअदबी की घटनाओं व हाल ही में दलितों के खिलाफ हिंसा सहित अन्य मामलों का जिक्र किया है। उन्होंने कहा कि बादल सरकार ऐसी घटनाओं को हवा देकर लोगों को सांप्रदायिक व जातिगत आधार पर बांटने का प्रयास कर रही है।
कैप्टन अमरेन्द्र के मुताबिक नाभा जेल की घटना और मात्र कुछ ही दिनों पहले सामने आया फाजिल्का सब जेल का मामला, जहां चुनाव को लेकर एक बैठक हो रही थी, भी साफ इशारा करते हैं कि चुनावों के दौरान हिंसा बरपाकर मतदान प्रक्रिया में रुकावट डालने के लिए अपराधिक गिरोह व हथियारबंद गुंडे कठोर प्रयास कर रहे हैं।कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा है कि सीमापार बैठे आतंकी समूहों द्वारा चुनाव के समय पंजाब में मतदान प्रक्रिया में रुकावट डालने हेतु किए जा रहे प्रयासों की खबरों ने चिंताओं को और बढ़ा दिया है। जिस पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने लोगों से सभी बाधाकारी व उपद्रवी तत्वों से सावधान रहने व किसी भी संदेहास्पद गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस के साथ-साथ चुनाव आयोग को देने की अपील की है। इसी तरह, चुनाव आयेाग को भी सभी हथियारबंद गिरोहों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, जिस संबंध में खबरों के मुताबिक अनुमानित 52 हथियारबंद गिरोह आजाद घूम रहे हैं। कैप्टन अमरेन्द्र ने आगामी दिनों में गंभीर हिंसा से बचने के लिए चुनाव आयोग से राज्य को केन्द्रीय शासन में लाने हेतु तुरंत कदम उठाने को कहा है।