आम आदमी पार्टी (आप) के नेता और सुप्रीम कोर्ट के सीनियर वकील एच.एस. फूलका ने कांग्रेस की तरफ से दिल्ली में जारी किए गए चुनाव मनोरथ पत्र को एक मजाक बताया और कहा कि लोगों को गुमराह करने के इलावा यह दस्तावेज कुछ भी नहीं है। फूलका ने कहा कि जिस समय कांग्रेस की तरफ से दिल्ली में चुनाव मनोरथ पत्र जारी किया गया, उस समय सोनीया गांधी और राहुल गांधी नहीं पहुंचे, क्योंकि वह एसवाईएल पर सवालों से बचना चाहते थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की तरफ से पंजाब के पानियों की चौंकीदारी संबंधी झूठे वायदे किए जा रहे हैं, क्योंकि कपूरी में कैप्टन अमरिन्दर सिंह की मौजूदगी में इंद्रा गांधी ने एसवाईएल का कट् लगाया था। कांग्रेसी नेताओं को चुनौती देते फूलका ने कहा कि यदि कांग्रेस एसवाईएल के मुद्दे पर गंभीर है तो सोनीया गांधी और राहुल गांधी को 24 घंटों में पंजाब के हक में ब्यान जारी करना चाहिए। फूलका ने कहा कि सब से पहले तो कांग्रेस ने चुनाव मनोरथ पत्थर पंजाब की बजाए दिल्ली से जारी किया, जबकि आम आदमी पार्टी ने अपने सभी चुनाव मनोरथ पत्र लोगों में जा कर पंजाब में ही रिलीज किये, जिस से साबित होता है कि पार्टी पंजाब के सभ्याचार और परंपराओं के साथ गहराई तक जुड़ी हुई है। आगामी विधान चुनावों के लिए दाखा हलके से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार फूलका ने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने पंजाब के हर घर के एक मैंबर को नौकरी देने का वायदा किया है। इस वायदे अनुसार पंजाब में 55 लाख नौकरियां मुहैया करवानी पड़ेंगी, जो कि सूबे के लोगों को गुमराह करने के इलावा कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरियां देने की केंद्र सरकार की भी ज्यादा से ज्यादा 50 लाख नौकरियां प्रदान करवाने की समर्था और दायरा है, जब कि केंद्र की तरफ से सबसे बड़े विभागों जैसे रेलवे और फौज में बहुत ज़्यादा भर्ती की जाती है।
उन्होंने कहा कि इस से साबित होता है कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह की तरफ से आगामी विधान सभा चुनावों में वोटरों को भरमाने के लिए झूठे वायदे किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कैप्टन को इतना भी पता नहीं कि पंजाब में लगभग चार लाख सरकारी कर्मचारी हैं और एक लाख के करीब सेवामुक्त कर्मचारी पैंशन लेने वाले हैं। फूलका ने कहा लोग कैप्टन अमरिन्दर सिंह का भरोसा क्यों करेंगे क्योंकि 2002 की विधान सभा चुनावों में उन्होंने अपने मैनीफैस्टो में रोजगार देने का वायदा किया था, परन्तु मुख्य मंत्री बनते ही इस के उलट काम किया। फूलका ने कहा कि यह वही कैप्टन अमरिन्दर सिंह है, जिसने 2002 में सत्ता संभालते ही नौकरियों पर पाबंदी लगा दी थी। सिर्फ इतना ही नहीं, कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने पैंशन बंद करने और कर्मचारियों के लिए जारी अन्य भलाई स्कीमों को बंद करने का नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया था। फूलका ने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह दावा करते हैं कि वह किसान हितैषी हैं, परन्तु उनके मुख्य मंत्री रहते जब किसान को मजबूर हो कर खुदकुशी करनी पड़ी, तो उन्होंने पीडित परिवार के दुख बांटने की बजाए मुआवज़े का बनता चैक भी देने से इन्कार कर दिया था। उन्होंने कहा कि यह वही कैप्टन अमरिन्दर सिंह है, जिसने सत्ता संभालते ही किसानों को मुफ्त में दी जा रही बिजली की सुविधा को वापिस लेने के हुक्म जारी कर दिए थे। उन्होंने कहा कि पंजाब के किसानों के लिए 2002 से 2007 तक मुख्य मंत्री के पद पर रहते कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने किसानों की तरफ एक बार भी ध्यान नहीं दिया जो कि बड़े कर्जे के बोझ तले दबे हुए थे। फूलका ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने अपने चुनाव मनोरथ पत्र में किसानों के साथ वायदा किया है कि छोटे और दर्मियाने किसानों का कर्ज दिसंबर 2018 तक माफ कर दिया जायेगा, जबकि कांग्रेस ने चुनाव मनोरथ पत्र में बड़े किसानों जैसे कैप्टन अमरिन्दर और मनप्रीत बादल जैसे रहीसों का कर्जा माफ करने की कोशिश की है। फूलका ने कहा कांग्रेस की तरफ से अपने चुनाव मनोरथ पत्र में ओआरओपी स्कीम लागू करने का वायदा किया है। जबकि 2004 से 2014 तक दस साल कांग्रेस केंद्रीय सत्ता पर काबिज रही, तो कांग्रेस की तरफ से उस समय ओआरओपी स्कीम लागू क्यों न करवाई गई। उन्होंने कहा कि इस से साबित होता है कि कांग्रेस की तरफ से लोगों को मूर्ख समझा जा रहा है।
फूलका ने कहा कि उनको यह जान कर बहुत हैरानी हुई है कि जो पार्टी ने भारतीय राजनीति में वीआईपी कल्चर शुरू किया और अब वही पार्टी इस को बंद करने की बात कह रही है। फूलका ने कहा कि कांग्रेस की तरफ से ऐसे वायदे मजबूरी में करने पड़ रहे हैं, क्योंकि आम आदमी पार्टी वीआईपी कल्चर में यकीन नहीं करती। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस सचमूच इस मुद्दे को ले कर गंभीर है तो कांग्रेस को इस की शुरुआत सोनीया गांधी राहुल गांधी और दूसरे सूबे के मंत्रियों से करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि लोग अच्छी तरह जानते हैं कि कांग्रेस की तरफ से वीआईपी कल्चर को कभी नहीं छोड़ा जा सकता, क्योंकि यह उनके खून में समा चूका है। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने सत्ता में आते ही चार हफ्ते के अंदर-अंदर पंजाब से नशे को खत्म करने का वायदा किया है। फूलका ने कहा कि वह व्यक्ति जिसने अपने भतीजा व बिक्रम सिंह मजीठिया को 6000 करोड़ रुपए के ड्रग रैकेट में सीबीआई जांच से बचाया हो, वही व्यक्ति नशे को खत्म करने की बात कह रहा है, जो कि बिल्कुल हास्यप्रद है। फूलका ने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने पौंटी चढ्डा के द्वारा शराब कारोबार को फैलाया और अब इस को सीमित करने की बात कह रहे हैं। फूलका ने सवाल किया कि क्या कैप्टन अमरिन्दर सिंह यह समझते हैं कि लोग उनकी बातों का यकीन करेंगे। फूलका ने कहा कि ड्रग्स तस्करी के मामले में नाम आने वाले स्वर्ण सिंह फिलौर को कांग्रेस में शामिल करते समय कैप्टन अमरिन्दर सिंह को कोई झिझक महसूस नहीं हुई। इसी तरह कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने अकाली विधायक इन्दरबीर सिंह प्रवक्ता को कांग्रेस में शामिल कर लिया, जिसको कि मजीठिया का दाहिना हाथ समझा जाता था। फूलका ने कहा कि ऐसे हालातों में लोग कांग्रेस के चुनाव मनोरथ पत्र में किए वायदों पर कैसे यकीन कर सकते हैं।