पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सोमवार को कहा कि नोटबंदी का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) पर 'उल्लेखनीय व्यापक प्रतिकूल प्रभाव' पड़ेगा और यह उन सभी राज्यों में एक प्रमुख मुद्दा बनेगी जहां विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। पंजाब विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस का घोषणापत्र जारी करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि 500 और 1000 रुपये के नोट का चलन बंद करने के नरेंद्र मोदी सरकार के निर्णय ने जीडीपी को काफी पीछे धकेल दिया है।मनमोहन सिंह ने कहा, "नोटबंदी के जीडीपी पर प्रभाव के बारे में मैंने संसद में कहा था और यह साबित हो गया है। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय के आकलन (2016-17) के अनुसार जीडीपी विकास दर 7.6 लक्ष्य की तुलना में 7.1 प्रतिशत रहेगी।"
उन्होंने कहा, "लेकिन, यह आकलन व्यवस्था पर नोटबंदी के कुल प्रभाव को ध्यान में नहीं रखता है। अगर इस समग्र प्रभाव का आकलन कर लिया जाए तो फिर आप देश की जीडीपी पर इसका व्यापक प्रतिकूल प्रभाव देखेंगे।"इस कदम से किसी को नुकसान नहीं होने की बात पर कायम रहने के लिए सरकार की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि इससे राष्ट्रीय आय और जीडीपी विकास दर प्रभावित हुई है, यह साबित भी हो चुका है।मनमोहन सिंह ने कहा कि नोटबंदी केवल पंजाब में ही एक प्रमुख मुद्दा नहीं होगी, बल्कि चार अन्य चुनावी राज्यों में भी मुद्दा बनेगी।पंजाब के अलावा गोवा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और मणिपुर भी फरवरी और मार्च महीने में चुनाव होने हैं।