पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने जलालाबाद में सुखबीर सिंह बादल के काफिले पर हमले को अफसोसजनक बताया है, लेकिन लोगों में गुस्सा भरा होने कारण इस बात की बहुत आशंकाएं थीं, जो अपने क्रोध को जाहिर करने से पहले आचार संहिता लागू होने का इंतजार कर रहे थे। हालांकि, उन्होंने लोगों से हिंसा पर न उतरने व बीते दस सालों के दौरान बादलों द्वारा उन पर बरपाए आतंक व अत्याचार का बदला लेने के लिए अपनी वोट का इस्तेमाल करने की अपील की है।कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा कि उनका गुस्सा उचित है, लेकिन लोगों के लिए कानून को अपने हाथ में लेना ठीक नहीं है और उन्हें बादलों के कुशासन के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर करने के लिए मतदान वाले दिन का इंतजार करना चाहिए, जिसमें एक माह से भी कम समय रह गया है।उन्होंने खुलासा किया कि वह पहले ही कह चुके हैं कि आचार संहिता लागू होने के बाद बादल लोगों के गुस्से का सामना किए बगैर अपने गांवों में भी नहीं घुस पाएंगे।
कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा कि धीरे-धीरे बढ़ रहा पंजाब के लोगों का गुस्सा चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद खुलकर सामने आने लगा है। उन्होंने कहा कि अकाली कुशासन में जीने को मजबूर लोग बादलों के खिलाफ अपनी निराशा व नाराजगी को बाहर निकालने से पहले डर का आवरण हटने का इंतजार कर रहे थे।प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने जोर देते हुए कहा कि लोगों के खिलाफ बादलों के अत्याचारों ने पंजाब को विस्फोटक स्थिति में पहुंचा दिया है, जो फटने का इंतजार कर रही है। उन्होंने कहा कि हालात विस्फोटक हैं व इन्हें और बिगडऩे से रोकने के लिए चुनाव आयोग को सख्त कदम उठाने चाहिएं, ताकि चुनाव आते साथ इन्हें हाथ से बाहर निकलने से रोका जा सके।कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा है कि बीते 10 सालों से सत्तारूढ़ शिरोमणि अकाली दल में बादल व उनके साथी लोगों को प्रताडि़त व आतंकित कर रहे हैं, जिन्होंने राज्य को पूरी तरह से अव्यवस्था धकेल दिया है और अपराधिक व माफिया गिरोह आजाद घूम रहे हैं।
उन्होंने कहा कि लोग अब खुद इन सालों के दौरान बादलों द्वारा उनके खिलाफ किए गए अत्याचार का बदला रहे हैं।
कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा कि अपराधियों के साथ सांठगांठ रखने वाले अकालियों की जनविरोधी व भ्रष्ट नीतियों से तंग आ चुका पंजाब अब मंथन कर रहा है, जो बादलों व उनकी पार्टी के अंत के साथ रुकेगा और इन विधानसभा चुनावों में इन्हें अनौपचारिक तौर पर राज्य से बाहर कर दिया जाएगा।सुखबीर को फाजिल्का जिले के जलालाबाद में विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार के दौरान एक जनसभा से जाते वक्त गांव वालों के गुस्से व पत्थरबाजी का सामना करना पड़ा था। पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कई नेताओं ने कहा है कि खुद लोगों द्वारा बादलों के खिलाफ किया गया हमला उनमें गुस्से व नाराजगी का प्रदर्शन करता है, जिनके भ्रष्ट व अपराधिक शासन में वे बीते 10 सालों से समस्याओं का सामना कर रहे हैं।
चंडीगढ़ में पत्रकारों को संबोधित करते हुए, मनप्रीत बादल ने कहा कि इन अफसोसजनक हालातों के लिए बादल जिम्मेदार हैं, जिन्होंने राज्य के लोगों को अपनी क्रूर व अपराधिक गतिविधियों के जरिए अंधकार की स्थिति में धकेल दिया है।प्रदेश कांग्रेस के नेताओं राणा सोढी, हंसराज जोसन व परमिंदर पिंकी ने कहा है कि यह घटना सुखबीर के सुखविलास के ढहने की शुरूआत है और स्पष्टतौर पर उनके दिखावे लोगों के गुस्से के सामने चूर-चूर होने लगे हैं।उन्होंने कहा है कि जलालाबाद की घटना अफसोसजनक है और राज्य में स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव करवाने के मद्देनजर इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता और उस निराशा की गहराइयों को दर्शाती है, जिसमें पंजाब के लोग डूब चुके हैं।