स्पेन के टेनिस खिलाड़ी रॉबटरे बाउतिस्ता आगुट ने रविवार को यहां एसडीएटी स्टेडियम में हुए एयरसेल चेन्नई ओपन के पुरुष एकल वर्ग के फाइनल मुकाबले में रूस के डेनिल मेदवेदेव को हराकर खिताब जीत लिया। 14वीं विश्व वरीयता प्राप्त आगुट को खिताब जीतने के लिए 99वीं विश्व वरीयता प्राप्त गैर वरीय रूसी खिलाड़ी मेदवेदेव को हराने में एक घंटा 13 मिनट का समय लगा।आगुट ने पहली बार चेन्नई ओपन का खिताब जीता है। आगुट इससे पहले 2013 में भी चेन्नई ओपन के फाइनल में पहुंचे थे, लेकिन तब उन्हें सर्बिया के यांको टिपसारेविक से हार झेलनी पड़ी थी।मेदवेदेव ने दूसरे सेट में थोड़ा संघर्ष जरूर किया और स्कोर 4-4 से बराबरी पर ले आए।
लेकिन आगुट ने यहां उनकी सर्विस ब्रेक करते हुए दोबारा मैच पर नियंत्रण कायम कर लिया।मेदवेदेव को दूसरे सेट के दौरान पैर में खिंचाव की शिकायत भी हुई और उन्हें अपने ट्रेनर की मदद लेनी पड़ी। इसके बाद उनका खेल धीमा हो गया।दूसरी ओर आगुट अपनी लय में खेलते रहे और अंतत: मैच अपने नाम करते हुए चेन्नई ओपन जीतने वाले स्पेन के पहले खिलाड़ी भी बने।खिताब जीतने के बाद आगुट ने कहा, "तकनीकी तौर पर मैंने अच्छा मैच खेला। मेरा खेल दमदार रहा और जब चाहा मैंने आक्रामक शॉट लगाए। मेरी रणनीति थी कि मैं मेदवेदेव को कोर्ट पर घुमाता रहूं।"