पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने पटियाला से जे.जे सिंह को हराकर सेना का इतिहास बनाने की बात कहने के बाद शुक्रवार को एक बार फिर से आम आदमी पार्टी नेता अरविंद केजरीवाल को आगामी विधानसभा चुनावों में उनके खिलाफ चुनाव लडऩे की चुनौती दी है।उन्होंने कहा कि सेना के इतिहास में यह पहली बार होगा कि एक कैप्टन एक जनरल को हराएगा। उन्होंने एक बार फिर से दोहराया कि वह केजरीवाल को राज्य के किसी भी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव हराने को तैयार हैं।कैप्टन अमरेन्द्र, पूर्व अकाली मंत्री रणजीत सिंह बलियान की उनके पारिवारिक सदस्यों के अलावा, बड़ी संख्या में आप वर्करों व अन्यों की कांग्रेस में शमूलियत का ऐलान करने के अवसर पत्रकार वार्ता के दौरान पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इस अवसर पर सवालों के जवाब में कैप्टन अमरेन्द्र ने इकार किया कि टिकटों में हुई देरी का असर पंजाब कांग्रेस के उम्मीदवारों के प्रचार पर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अभी चुनावों को बहुत समय बाकी है, जो 4 फरवरी को होने हैं। हालांकि, उन्होंने इस बात पर अफसोस जताया कि पार्टी के जयपुर सैशन में हुए फैसले के मुताबिक टिकटों का ऐलान चुनावों से छह माह पूर्व नहीं हो सका।कैप्टन अमरेन्द्र ने स्पष्ट किया कि पार्टी की अंतिम सूची 9 जनवरी को जारी होने की संभावना है।
जबकि पंजाब कांग्रेस में मतभेद को लेकर एक सवाल का जवाब देते हुए, कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा कि सभी चाहवानों को टिकट देना संभावित नहीं है, लेकिन पार्टी असहमतों को मनाने पर पूरी मेहनत कर रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि आधिकारिक उम्मीदवारों के पक्ष में स्वयं पीछे हटने वालों व उनका समर्थन करने वालों को वह अपनी सरकार में जगह देने के लिए व्यक्तिगत तौर पर वचनबद्ध हैं।एक सवाल के जवाब में, कैप्टन अमरेन्द्र ने दोहराया कि उन हल्कों में बाहरियों को टिकटें दी जाएंगी, जहां कांग्रेस के पास मजबूत उम्मीदवार नहीं हैं और इंद्रबीर सिंह बुलारिया व अन्यों के खिलाफ दिल्ली में पोस्टर लगाना निंदकों का काम प्रतीत होता है।इसी तरह, कैप्टन अमरेन्द्र ने एक बार फिर से साफ किया कि कांग्रेस के राज्य की सत्ता में आने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू को उप मुख्यमंत्री बनाने की संभावना को लेकर उनके साथ कोई चर्चा नहीं हुई है।उन्होंने कहा कि चुनाव लडऩे के अलावा, सिद्धू ए.आई.सी.सी की स्टार प्रचारकों की सूची में भी शामिल होंगे।जबकि आप के भगवंत मान के मुख्यमंत्री के पद पर दावे पर, कैप्टन अमरेन्द्र ने उनके लिए कामना करते हुए कहा कि यदि ऐसा होगा, तो राज्य में एक कॉमेडियन सरकार होगी।कैप्टन अमरेन्द्र ने अपने पक्ष को एक बार फिर से दोहराया कि राजनीति में धर्म की कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का शिरोमणि अकाली दल के प्रचार पर असर पड़ेगा, जो लोगों को गुरुद्वारा साहिबों में ले जाकर उन्हें पार्टी के प्रति निष्ठा प्रकट करने की शपथ दिला रही थी।