गूगल सीईओ सुंदर पिचाई ने गुरुवार को आईआईटी-खड़गपुर के छात्रों से अपनी बातचीत के दौरान कॉलेज की यादों को ताजा किया। पिचाई ने इस दौरान अपने कॉलेज जीवन की ढेर सारी बातें कीं। इसमें कक्षाएं छोड़ने से लेकर, महिला मित्र की रैगिंग और मेस आदि की बातें शामिल रहीं। पिचाई अपने खगड़पुर के परिसर में 23 सालों के बाद आए थे। उन्होंने खचाखच भीड़ भरे हाल में छात्रों को संबोधित किया।
उनकी कुछ बातचीत के अंश :
अपनी गर्लफ्रेंड अंजलि के बारे में :
"अंजलि मेरी पत्नी है और वह मेरी सहपाठी भी थी। आज जो एस.एन. हाल है वह उस समय वह अकेला गर्ल्स हॉस्टल था। मैं समझता हूं कि कुछ और बन गए होंगे। यह बहुत आसान नहीं था। यदि आपको गर्ल्स हॉस्टल में किसी से मिलना है तो आपको सामने से जाकर किसी से बुलाने के लिए कहना होता था और वह जाता था और तेज आवाज में कहता अंजलि सुंदर आपसे मिलने आया है। इस वजह से यह एक बहुत खुशनुमा अनुभव नहीं होता था।"
कक्षाएं छोड़ने के बारे में :
"बेशक अक्सर मैं सुबह की कक्षाएं छोड़ता था। मैं समझता हूं कि कॉलेज के दौरान यह मेरी दिनचर्या में था। मैं कहना चाहूंगा कि मैंने कठिन परिश्रम किया, लेकिन हमने अपने हिस्से का पूरा मजा भी लिया।"