भारतीय वायु सेना प्रमुख अरुप राहा ने बुधवार को कहा कि घोटाले के आरोपी पूर्व वायु सेना प्रमुख त्यागी उनके 'परिवार के सदस्य' की तरह हैं, लेकिन अगर अगस्तावेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदे में उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप साबित होते हैं, तो वायुसेना को अपने पूर्व प्रमुख के प्रति कोई सहानुभूति नहीं होगी। वायु सेना प्रमुख तथा चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष ने सेवानिवृत्ति से कुछ दिन पहले संवाददाता सम्मेलन में कहा कि घोटाले में देश का कानून लागू होना चाहिए। वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे के लिए ब्रिटेन की अगस्तावेस्टलैंड कंपनी से कथित तौर पर रिश्वत लेने के आरोप में बीते नौ दिसंबर को त्यागी की गिरफ्तारी से वायु सेना को ठेस पहुंची है।
त्यागी को सोमवार को एक अदालत ने जमानत दे दी। वह सशस्त्र सेना की किसी शाखा के पहले प्रमुख हैं, जिन्हें गिरफ्तार किया गया है। राहा ने कहा, "ऐसे मुद्दे समय-समय पर उठते रहते हैं। चाहे वह बोफोर्स मामला हो या कोई अन्य सौदा, जिसमें भ्रष्टाचार हुआ हो।"उन्होंने हालांकि इस बात को स्वीकार किया कि अगर भ्रष्टाचार के आरोप साबित होते हैं, तो यह सशस्त्र बलों या जो कोई भी उसमें शामिल है, उसके लिए बुरा होगा।राहा ने कहा, "सौदे में केवल सेना ही शामिल नहीं होती। कई एजेंसियां इसमें शामिल होती हैं। किसी खास संस्था पर आरोप नहीं लगाया जा सकता। जहां तक मेरी समझ है, हाल के समय में जो अधिकांश मुद्दे उठे हैं, वह कुछ समय, एक दशक पहले का है। इनकी जांच हो रही है। इसपर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।"