कांग्रेस ने अभय चौटाला और सुरेश कलमाड़ी की दागी पृष्ठभूमि का हवाला देते हुए बुधवार को केंद्रीय खेल मंत्री विजय गोयल से भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) में उनकी नियुक्तियां निरस्त करने का अनुरोध किया। युवा और खेल मामलों के पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन ने मंगलवार को कलमाड़ी और चौटाला को आईओए के आजीवन मानद अध्यक्ष बनाए जाने की निंदा भी की।माकन ने यहां संवाददाताओं से कहा, "मैं विश्वास नहीं कर पा रहा हूं कि भ्रष्टाचार के मामले में आरोपित हो चुके लोग आईओए के अध्यक्ष बनाए जाते हैं। लेकिन खुशी महसूस होती है कि खेल मंत्री ने इस पर कड़ा बयान जारी किया। अब उन्हें निर्णय को निरस्त करने के लिए कार्रवाई करनी चाहिए।"
कांग्रेस नेता ने कहा, "अगर कोई देश में खेल को लेकर चिंता करता है तो उसे पार्टी लाइन से उपर उठना होगा और ऐसे लोगों को आईओए का आजीवन सदस्य नहीं बनाया जाना चाहिए, जिनके खिलाफ अदालत में आरोप पत्र दायर हो चुका है।"उन्होंने आगे कहा, "चौटाला और कलमाड़ी को आईओए का आजीवन सदस्य बनाए जाने से हमें देश में खेल के अंत की ध्वनि सुनाई पड़ रही है।"माकन ने यह भी कहा कि आरोपित लोगों को आईओए का आजीवन सदस्य बनने का कोई अधिकार नहीं है।उन्होंने कहा, "जब तक वे बरी नहीं हो जाते, तब तब उन्हें आईओए के आजीवन सदस्य बनने का कोई अधिकार नहीं है।"
माकन ने केंद्रीय खेल मंत्री और केंद्र सरकार से निर्णय को निरस्त करने के लिए आईओए पर दबाव डालने का अनुरोध भी किया।मीडिया में आई खबरों के अनुसार, चेन्नई में मंगलवार को हुई आईओए की वार्षिक आम बैठक में दोनों की नियुक्ति के प्रस्ताव को सर्वसम्मति से मंजूर किया गया।चौटाला भारतीय एमैच्योर मुक्के बाजी संघ के पूर्व अध्यक्ष हैं और आईओए में शीर्ष पर रहने के दौरान उनका कार्यकाल विवादित रहा था। उन्हें भ्रष्टाचार का आरोप भी झेलना पड़ा था।राष्ट्रमंडल खेल-2010 के दौरान कलमाड़ी भी भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर जांच के दायरे में आए थे। वह 15 वर्षो तक भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।