छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती गांवों में दूसरे राज्यों से नोट बदलने आए सात संदिग्धों को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। बस्तर रेंज आईजी एस.आर.पी. कल्लूरी ने प्रेसवार्ता में कहा, "प्रदेश के सीमावर्ती गांवों में पिछले कई दिनों से नक्सलियों द्वारा ग्रामीणों को पुराने नोट बदलवाने के लिए दबाव बनाने की शिकायत पर कार्रवाई की गई है। पकड़े गए संदिग्धों के पास से नक्सल साहित्य और एक लाख रुपये बरामद किए गए।"बस्तर के कोंटा, मरईगुड़ा, गोलापल्ली के ग्रामीणों द्वारा जिला पुलिस अधीक्षक और थानेदारों को लगातार शिकायत मिल रही थी कि तेलंगाना राज्य के कुछ लोग गांव में आकर ग्रामीणों पर दबाव बनाकर पुराने नोटों को बदलवाने का कार्य करा रहे हैं। साथ ही ग्रामीणों पर नोटबंदी के समय में नक्सलियों की मदद करने के लिए दबाव बना रहे हैं।
कल्लूरी ने बताया, "मुखबिर की सूचना के आधार पर छत्तीसगढ़ सीमा क्षेत्र के किटारम थाना क्षेत्र के तहत ग्राम धरमपेटा के आसपास घूम रहे मोटर साइकिल सवार सात लोगों को रोक कर पूछताछ की गई। तलाशी में नक्सली साहित्य, एक लाख रुपये के पुराने नोट बरामद किए गए।"उन्होंने कहा कि सातों संदिग्धों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया और उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है।कल्लूरी के अनुसार, पिछले कई दिनों से इस इलाके में यह दल ग्रामीणों को नक्सली बनने के लिए उकसा रहा था और माओवादी विचारधारा से ग्रामीणों को भड़का रहा था, जबकि इस इलाके के लोग पुलिस के साथ खड़े हैं। उन्होंने बताया, "सातों की पहचान के लिए तेलंगाना पुलिस को पत्र लिखा गया है। वर्तमान में उन्हें जन सुरक्षा अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है।"