आम आदमी पार्टी के वरिश्ठ नेतृत्व द्वारा तृणमूल कांग्रेस के साथ गठबंधन के मुद्दे पर बंटने से एक दिन बाद पंजाब में पार्टी के एक संस्थापक सदस्य सहित और आप नेता पार्टी को छोड़कर जगमीत सिंह बराड़ के नेतृत्व में टी.एम.सी में शामिल हो गए।आज इससे पहले चंडीगढ़ में हुई बैठक के उपरांत दो वरिश्ठ आप नेता गुरमेल सिंह व मनप्रीत सिंह बड़ी संख्या में अपने साथियों सहित टी.एम.सी में शामिल हो गए।मनप्रीत पंजाब में आप के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं और उन्होंने मोहाली में मिशन विस्तार के लिए पार्टी का नेतृत्व किया था, जबकि गुरमेल सिंह गढ़शंकर में आप का दान के इंचार्ज थे। ये शमूलियतें जमीनी स्तर पर व आप नेतृत्व में आगामी विधानसभा चुनावों में टी.एम.सी के साथ गठबंधन के हक में बढ़ रहे विचारों की ओर इशारा करती हैं।
यहां जारी एक बयान में, पूर्व आप नेताओं ने कहा कि हमने टी.एम.सी में शामिल होने के लिए आप को छोड़ दिया है, क्योंकि हमें लग रहा था कि पार्टी के विचारों व सिद्धान्तों पर समझौता कर लिया गया है और उस आंदोलन को कुछ लोगों के विशेश हितों व निजी उम्मीदों ने कब्जा लिया है। उन्हें विश्वास है कि ममता बैनर्जी व जगमीत सिंह बराड़ के नेतृत्व में हमारा पंजाब को एक स्वच्छ व विकासशील सरकार देने का सपना पूरा होगा।जगमीत बराड़ ने उक्त नेताओं के विचारों का स्वागत करते हुए कहा कि वह गुरमेल व मनप्रीत और सभी वचनबद्ध वलंटियरों का खुली बाहों से स्वागत करते हैं, जिन्होंने टी.एमम्सी पर विश्वास जताया है और वायदा करते हैं कि जिन विचारों व मूल्यों के लिए उन्होंने दिन-रात काम किया, उन पर कभी भी समझौता नहीं किया जाएगा।
उन्हें बनता सम्मान दिया जाएगा और उनकी आवाज को सही मंच मिलेगा।उन्होंने कहा कि टी.एम.सी तेजी से समान विचारधारा वाले लोगों के लिए एक सांझा मंच बनती जा रही है, जो पंजाब में असली बदलाव लाने हेतु मिलकर काम करना चाहते हैं।बराड़ ने यह भी पुश्टि की कि उन्होंने संभावित उम्मीदवारों की एक सूची 26 दिसंबर को दिल्ली में पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व को सौंप दी है। उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि यह गठबंधन होगा और आप का राश्ट्रीय नेतृत्व कुछ लोगों द्वारा थोड़े वक्त की व्यक्तिगत उम्मीदों व असुरक्शा के चलते पंजाब से राजवादशाही व परिवारवाद को जड़ से खत्म करने की सांझी कोशिशों को नाकाम करने की इजाजत नहीं देगी। पंजाब के भविश्य के लिए लडऩे को इच्छुक प्रत्येक व्यक्ति के लिए टी.एम.सी के दरवाजे खुले हैं।
उन्होंने अंत में कहा कि हमारा एक सांझा उद्देश्य है और सांझी विचारधारा है, ऐसे में समय की जरूरत है कि हमें मिलकर काम करना चाहिए व जहां दूसरा पक्श कमजोर है, उसे मजबूती देनी चाहिए। मु_ी बंद रहे तो ताकत बढ़ती है।इस शमूलियत समारोह में मौजूद एक वरिश्ठ टी.एम.सी नेता ने पुश्टि की कि पार्टी सभी संभावित उम्मीदवारों को चुन रही है, ताकि जल्द ही गठबंधन न होने पर पार्टी आगामी दिनों में उम्मीदवारों की पहली सूची घोशित कर सके।इस अवसर पर पूर्व मंत्री व पूर्व विधायक डा. हरबंस लाल, टी.एम.सी के युवा नेता गौतमबीर सिंह व अमरजीत सिंह और हाल ही में शामिल हुए पूर्व आप नेता जशनदीप सिंह व बलजीत सिंह भी मौजूद रहे।