अमेरिका के भावी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने परमाणु हथियारों को लेकर अपने ट्वीट से दुनियाभर में चिंता बढ़ाने के एक दिन बाद फिर कहा कि हथियारों की होड़ को लेकर उनके विकल्प खुले हैं। ट्रंप ने शुक्रवार को 'एमएसएनबीसी' से ऑफ-एयर बातचीत में कथित तौर पर कहा, "चाहे हथियारों की होड़ की बात हो.. हम उन्हें हर कदम पर पीछे छोड़ देंगे।"समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, ट्रंप ने आधिकारिक रूप से राष्ट्रपति पदभार ग्रहण करने से एक महीने पहले गुरुवार को ट्वीट कर एक नए विवाद को जन्म दिया था। उन्होंने कहा था कि अमेरिका को अपनी परमाणु क्षमता बढ़ाने की जरूरत है।ट्रंप ने ट्वीट कर कहा, "अमेरिका को अपनी परमाणु क्षमता में विस्तार करते हुए इसे मजबूत बनाना चाहिए।"हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि ट्रंप द्वारा इस मुद्दे को तूल दिए जाने के पीछे क्या कारण हैं?
ट्रंप के इस ट्वीट से कुछ ही घंटे पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बयान में देश की परमाणु ताकत को बढ़ाने की जरूरत पर जोर दिया था। माना जा रहा है कि ट्रंप के रुख के पीछे यह एक यह कारण हो सकता है।हालांकि व्हाइट हाउस के भावी प्रेस सचिव सीन स्पाइस ने इस बात से इनकार किया कि ट्रंप का गुरुवार को परमाणु हथियारों पर किया गया ट्वीट पुतिन के भाषण के जवाब में आया है।स्पाइसर ने कहा, "ऐसे कई देश हैं, जिन्होंने अपनी परमाणु क्षमता में विस्तार पर जोर दिया है। रूस भी उनमें से एक है। वह जो बात कर रहे हैं, वह बिल्कुल स्पष्ट है।"स्पाइसर ने हालांकि जोर देकर कहा कि हथियारों की कोई होड़ नहीं होने जा रही।उन्होंने कहा, "हथियारों की होड़ नहीं होने जा रही। वह बस यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि अन्य देशों को यह संदेश मिल जाए कि ऐसी स्थिति में वह बैठे नहीं रहेंगे।"