मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को यहां कहा कि लाइफ सर्टिफिकेट के लिए बायोमीट्रिक व्यवस्था के लागू हो जाने से पेंशनरों को काफी राहत मिलेगी। इस प्रणाली के लागू होने से ऐसे पेंशनर और पारिवारिक पेंशनर सबसे ज्यादा लाभान्वित होंगे जो वृद्धावस्था में अपने परिवार के सदस्यों के साथ देश-विदेश के किसी भी स्थान में निवास कर रहे हैं। अखिलेश शनिवार को पेंशनर दिवस पर अपने सरकारी आवास पर बायोमीट्रिक डिवाइस से पेंशनरों के लिए डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट प्रणाली के शुभारंभ कार्यक्रम में बोल रहे थे।इस प्रणाली के तहत आधार संख्या आधारित डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जमा करने की व्यवस्था की गई है।
इस सुविधा के माध्यम से आधार कार्ड में अंकित बायोमीट्रिक्स के आधार पर ऑनलाइन जीवन प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया जाना संभव होगा। इस व्यवस्था का लाभ उठाने के लिए पेंशनरों, पारिवारिक पेंशनरों के पास आधार कार्ड होना जरूरी है। यह सुविधा वर्तमान में लागू जीवन प्रमाण पत्र जमा करने की प्रक्रिया के अतिरिक्त होगी।पेंशनर को इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए प्रथम बार रजिस्ट्रेशन कराने के लिए अपने संबंधित कोषागार में उपस्थित होना होगा। उन्हें अपने साथ आधार कार्ड, पेंशन खाते की बैंक पासबुक की मूल प्रति तथा छायाप्रति, मोबाइल नंबर, जिस पर वे सूचनाएं चाहते हों तथा पेंशन प्राधिकार पत्र (पीपीओ) लेकर जाना होगा।
इस सुविधा से संबंधित अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए पेंशनर वेबसाइट डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डॉट केजीवनप्रमाण डॉट जीओवी डॉट इन पर देख सकते हैं या अपने कोषागार से संपर्क कर सकते हैं।उल्लेखनीय है कि पेंशनरों की विभिन्न समस्याओं की जनपद स्तर पर सुनवाई व निराकरण के लिए राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2015 में हर साल 17 दिसंबर को पेंशनर दिवस आयोजित करने का निर्णय लिया गया था।इस अवसर पर मुख्य सचिव राहुल भटनागर, प्रमुख सचिव वित्त अनूप चंद्र पांडेय सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।