ज्ञान ज्योति इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट एंड टैक्नोलाजी फेस 2 मोहाली में मानवीय अधिकार दिवस के अवसर पर कालेज के आडीटोरियम में एक सैमिनार का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा मानवीय अधिकारों संबंधी जानकारी दी गई व इसके साथ ही विश्व स्तर पर मानवीय अधिकारों के हनन व इसके समाधानों संबंधी भी जानकारी शेयर की गई। सैमिनार का उद्घाटन ाान ज्योति गु्रप आफ इंस्टीट्यूटस के चेयरमैन जे एस बेदी द्वारा किया गया। इसके बाद विद्यार्थियों ने मानवीय कद्रों कीमतों संबंधी अपने विचार शेयर किए। अंत में उन विचारों पर विद्यार्थियों ने बहस में भी हिस्सा लिया। इसके साथ ही महिलाओं की सुरक्षा, लगातार बढ़ रहे बलत्कार के मामलों व महिलाओं के प्रति सोच बदलने वाले संजीदा मुद्दे भी शेयर किए गए जिसमें लड़कियों ने भी हिस्सा लेते हुए अपने विचार व्यक्त किए।
चेयरमैन बेदी ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा कि बेशक विश्व स्तर पर मानवीय अधिकारों की घोषणा यूएनओ द्वारा वर्ष 1984 में किया गया, जिसके के बाद ही दुनिया भर में मानवीय अधिकारों का कांसेप्ट उभ्र कर सामने आया। परंतु हमारे देश में मानवीय अधिकारों की बात सदियों से की जाती रही है, जिसकी मिसाल हमारी संस्कृति में राज धर्म जैसे ग्रंथों में देखने को मिल जाती है, जिसमें आज के माने जा रहे मानवीय अधिकारों पर कानून बनाए गए हैं। उन्होंने आगे कहा कि परंतु इसके साथ ही यह हमारे लिए शर्म की बात भी है कि जिन मानवीय अधिकारों की बात हम सदियों से करते आ रहे हैं उसके लिए आज भी कई बार हमें समूह संसार के सामने शर्मिंदा होना पड़ता है।
ज्ञान ज्योति के डायरेक्टर डॉ. अनीत बेदी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि बेशक आज मानवीय अधिकारों की जानकारी के लिए विश्व स्तर पर सैमिनार कराए जाते हैं परंतु फिर भी समाज में अभी भी इनकी जानकारी की कमी है और इसीलिए विश्व स्तर पर सभी को एक प्लेटफार्म पर एकत्र होना आवश्यक है। डॉ. अनीत बेदी ने कहा कि जहां समाज की तरक्की के लिए महिलाओं की अहम भूमिका है वहीं उन्हें आज भी हमारे देश में जुल्मों का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही उन्होंने समूह विद्यार्थियों को भ्रूण हत्या पर नकेल कसने व इसके लिए आगे आने के लिए प्रेरित किया। सैमिनार के दौरान विश्व स्तर पर मानवीय अधिकारों के हो रहे हनन व समय के साथ इन अधिकारों में आ रहे बदलाव पर भी विचार विमर्श किया गया। सैमिनार के अंत में इंस्टीट्यूट के विद्यार्थियों ने मानवीय अधिकारों को मानने की शपथ ली और इन अधिकारों को आगे बढ़ाते हुए अपने आस पास व दोस्तों में फैलाने का प्रण भी लिया।