भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बुधवार को सीआरआर में की गई 100 फीसदी बढ़ोतरी को वापस ले लिया, जिसे नोटबंदी के बाद से बैंकों से अतिरिक्त तरलता को निकालने के लिए 10 दिसंबर की आधी रात से लागू किया गया था। आरबीआई ने एक बयान जारी कर कहा, "10 दिसंबर की आधी रात से बढ़ाए गए सीआरआर को वापस लेने का फैसला लिया गया है।"अतिरिक्त तरलता से निपटने के लिए आरबीआई की सलाह पर केंद्र सरकार ने 26 नवंबर को बाजार स्थिरीकरण योजना (एमएसएस) के तहत सिक्योरिटी जारी करने की सीलिंग 6,00,000 करोड़ रुपये तक बढ़ा दी थी।
वहीं, आरबीआई ने शुद्ध मांग और समयबद्ध देनदारियों (एनडीटीएल) में 16 सितंबर से 11 नवंबर के बीच बढ़ोतरी के मद्देनजर 26 नवंबर को बैंकों के लिए अतिरिक्त नकद आरक्षित अनुपात 100 फीसदी कर दी है।बैंकों द्वारा आरबीआई के पास जमा की गई रकम को सीआरआर कहते हैं। इसमें बढ़ोतरी के वक्त आरबीआई ने इसे अल्पकालिक बताया था और 9 दिसंबर को समीक्षा करने की बात कही थी।