त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने रविवार को जम्मू में शहीद हुए सैनिक चितरंजन देबबर्मा के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की। देबबर्मा 29 नवंबर को जम्मू के पास स्थित सैन्य अड्डे पर हुए आतंकवादी हमले में शहीद हो गए थे। खोवाई जिला प्रशासन के एक अधिकारी के मुताबिक, "मुख्यमंत्री गाइशिंग पारा में देबबर्मा के घर गए और उनकी पत्नी नमिता, माता-पिता और अन्य रिश्तेदारों से मुलाकात की।" गाइशिंग पारा अगरतला से 80 किलोमीटर दूर उत्तर में है। अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री जनजातीय क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद के चेयरमैन देबबर्मा के साथ गए थे। उन्होंने खोवाई जिला मजिस्ट्रेट और कलेक्टर को भारतीय सेना के अधिकारियों के साथ शहीद हुए सैनिक के सभी प्रासंगिक मामलों का तत्काल समाधान करने के निर्देश दिए।
सरकार ने मीडिया से कहा, "त्रिपुरा के हमारे बहादुर सैनिक चितरंजन देबबर्मा देश की रक्षा करने के दौरान शहीद हो गए। ऐसे मुश्किल समय में हम उनके परिवार के साथ खड़े हैं। राज्य सरकार हमेशा उनके साथ खड़ी रहेगी।"गौरतलब है कि पिछले मंगलवार जम्मू के पास नगरोटा के एक सैन्य अड्डे पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया था जिसमें देबबर्मा सहित दो अधिकारी और पांच जवान शहीद हो गए थे। तीन आतंकवादी भी मारे गए थे। हजारों ग्रामीणों और पारिवारिक सदस्यों की मौजूदगी में पश्चिम त्रिपुरा स्थित गाइशिंग पारा में पूरे सैनिक सम्मान के साथ देबबर्मा का अंतिम संस्कार कर दिया गया।