मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में 33 साल पहले यूनियन कार्बाइड संयंत्र से रिसी जहरीली गैस से हुए हादसे की बरसी पर शनिवार को सर्वधर्म प्रार्थना सभा में दिवंगतों को श्रद्धांजलि दी गई। दूसरी ओर, सड़कों पर उतरे पीड़ितों ने अमेरिकी कंपनियों, केंद्र व राज्य सरकारों के रवैए पर अपने गुस्से का इजहार किया। साथ ही अपने हक की लड़ाई जारी रखने का संकल्प लिया। सरकार की ओर से भोपाल गैस त्रासदी की 32वीं बरसी पर शनिवार को बरकतउल्ला भवन (सेंट्रल लायब्रेरी) में सर्वधर्म प्रार्थना सभा हुई। इस प्रार्थना सभा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अस्वस्थ्य होने के कारण नहीं पहुंच सके। वहीं गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विश्वास सारंग ने पीड़ितों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मुहैया करने का वादा करते हुए मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। ज्ञात हो कि दो-तीन दिसंबर 1984 की रात को यूनियन कार्बाइड से रिसी जहरीली गैस ने भोपाल में जमकर तबाही मचाई थी, हजारों की मौत और लाखों के बीमार होने का दर्द आज भी यहां के लोगों में है।
बरसी के मौके पर हर वर्ष विरोध-प्रदर्शन के साथ गैस पीड़ित अपने हक का नारा बुलंद करते आ रहे हैं। शनिवार को भी बरसी के मौके पर विरोध प्रदर्शन का दौर चला।इसी तरह भोपाल गैस पीड़ित महिला उद्योग संगठन ने यादगार-ए-शाहजहांनी पार्क में प्रतिज्ञा सभा का आयोजन किया और संकल्प लिया कि वे अपने हक की लड़ाई लड़ते रहेंगे। इस मौके पर संगठन के संयोजक अब्दुल जब्बार ने केंद्र सरकार द्वारा अमेरिकी कंपनियों को सहयोग किए जाने का आरोप लगाया। वहीं भोपाल ग्रुप फॉर इन्फार्मेशन एंड एक्शन, भोपाल गैस पीड़ित महिला स्टेशनरी कर्मचारी संघ, भोपाल गैस पीड़ित निराश्रित पेंशनभोगी संघर्ष मोर्चा, भोपाल गैस पीड़ित महिला पुरुष संघर्ष मोर्चा, डाओ-कार्बाइड के खिलाफ बच्चों नाम के संगठन ने भारत टॉकीज से रैली निकाली।
यह रैली यूनियन कार्बाइड संयंत्र के सामने पहुंची वहां यूनियन कार्बाइड, डाओ कैमिकल और कई पुतलों का दहन किया गया। इस मौके पर भोपाल ग्रुप फॉर इन्फार्मेशन एंड एक्शन सतीनाथ षडंगी ने गैस पीड़ितों से पूर्व में किए गए वादे पूरे न किए जाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार और अमेरिकी कंपनियों की सांठगांठ का नतीजा है कि अब भी भोपाल के लोग बीमारियों की जद में हैं। नई पीढ़ियां अपंग और बीमार पैदा हो रही है।
इसी तरह भोपाल गैस पीड़ित संघर्ष सहयोग समिति द्वारा संयंत्र के सामने स्वास्थ्य परीक्षण शिविर लगाया गया और सभा कर केंद्र सरकार की आर्थिक नीति का पुतला जलाया। इस सभा में समिति की संयोजक साधना कार्णिक सहित अन्य नेताओं ने केंद्र सरकार की आर्थिक नीतियों की जमकर आलोचना की।बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के प्रतिनिधियों ने गैस संयंत्र के समझ पहुंचकर मोमबत्ती जलाई और श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर जोन प्रभारी अनिल पांडे, रणधीर भोजने, पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के अध्यक्ष गोकुल खेड़कर सहित पार्टी के कई सदस्य मौजूद रहे।