विमुद्रीकरण की मुहिम के खिलाफ आलोचना जारी रखते हुए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने मंगलवार को कहा कि मोदी सरकार द्वारा नोटों के विमुद्रीकरण से देश में अराजकता पैदा हो गई है। माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा, "आम राय यह है कि विमुद्रीकरण के क्रम में जो कुछ भी किया गया, वह बगैर किसी तैयारी के हुआ।"नकदी संकट से उबरने के लिए 50 दिन और देने की प्रधानमंत्री मोदी के आग्रह पर येचुरी ने 90 फीसदी भारतीयों के भविष्य को लेकर आश्चर्य जताया, जो नकदी लेन-देन के सहारे जीते हैं। उन्होंने कहा, "यदि इसमें 50 दिन और लगेंगे तो इस अवधि में लोग क्या करने जा रहे हैं?"येचुरी ने आगे कहा, "भारत की 90 प्रतिशत आबादी नकदी लेने-देन पर जीती है, जिसमें मछुआरे से लेकर ऑटो रिक्शावाला तक हैं। यदि आप उन्हें रोकने जा रहे हैं और चूंकि कोई विकल्प नहीं है तो आप देश में अराजकता पैदा कर रहे हैं।"