भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने सोमवार को उच्च मूल्य की मुद्राओं के विमुद्रीकरण की तुरंत समीक्षा की मांग की और इसकी जगह कालाधन रखने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा। भाकपा ने एक बयान जारी कर कहा, "अगर सरकार वास्तव में कालाधन पर आधारित एक समानान्तर अर्थव्यवस्था पर रोक लगाने के लिए गंभीर है तो उसे विदेशी बैंकों में खाते रखने वाले भारतीयों की विकलीक्स सूची के बारे में लोगों को विश्वास में लेना चाहिए, पनामा पेपर लीक्स में विदेशों में निवेश करने वालों के बारे में विश्वास में लेना चाहिए।"
बयान में कहा गया है कि सरकार को इस तरह के कालेधन रखने वालों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।पार्टी ने कहा कि कम मूल्य के नोटों की कमी के कारण 2000 रुपये मूल्य के नोटों से लोगों को और ज्यादा परेशानी हो रही है।भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने बैंकों से बकायादार कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की और उन लोगों के नामों को प्रकाशित करने को कहा जिन्होंने गत 8 नवम्बर को 500 और 1000 रुपये के नोटों को अमान्य घोषित किए जाने से पूर्व बड़ी रकम जमा की थी।