केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने 500 और 1000 रुपये के नोटों को अमान्य करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले की आलोचना करते हुए रविवार को कहा कि आम लोगों की कठिनाई कम करने के लिए अमान्य नोटों को 30 दिसंबर तक वैध बनाया जाना चाहिए। विजयन ने कहा, "हमलोगों में से काई भी काले धन के खिलाफ लड़ाई का विरोधी नहीं है। लेकिन, अब जिस तरह की स्थिति है उसे देख कई लोगों की शंका वाजिब है कि कुछ लोगों को इस नीति के बारे में पहले से ही जानकारी थी और आम लोगों की परेशानी अब चरम पर पहुंच गई है।"दिल्ली रवाना होने से पूर्व विजयन ने संवाददाताओं से कहा कि समस्या का एक हल यही है कि इन नोटों को 30 दिसंबर तक मान्य घोषित कर दिया जाए।
विजयन ने कहा, "मोदी इस अविवेकपूर्ण निर्णय की घोषणा के तुरंत बाद उड़कर विदेश चले गए। मैं दिल्ली जा रहा हूं और केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली से मिलकर लोगों की सभी कठिनाइयों के बारे में बातचीत करने की हर संभव कोशिश करूंगा।"विजयन ने कहा, "बिना किसी सुरक्षात्मक उपाय के किए गए इस अविवेकपूर्ण निर्णय से हमारे राज्य में हजारों लोगों की बुरी स्थिति हो गई है। पांचवें दिन भी समस्या खत्म नहीं हुई है, बल्कि दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।"राज्य में पैसे के लिए लोगों की जद्दोजहद के मद्देनजर विजयन ने कहा, "वैट और उत्पाद करों को छोड़ कर सरकार को किए जाने वाले सभी अन्य बकायों के भुगतान इस महीने के अंत तक बिना किसी दंड के किए जा सकते हैं।"