उच्चत्म टैक्स फ्री वेतन, जल्द प्रमोशन, उच्च स्तरीय जीवन जांच, काम के बाद लंबी छुट्टी व दुनिया घूमने के अवसर, ऐसी नौकरी कौन नहीं करना चाहता। परंतु उत्तरी भारत के युवा सही जानकारी की कमी के चलते मर्चेंट नेवी जैसी बेहतरीन नौकरी ज्वाईन करने से वंचित रह जाते हैं। जबकि दक्षिण भारत के युवा भारी संख्या में इस नौकरी को ज्वाईन करते हैं। उक्त बातें -गेटवे टू मैरीटाईम एजुकेशन- पुस्तक के लेखक सुबोध द्वारा मर्चेंट नेवी की परीक्षा पास करने के लिए तैयार एक स्पेशल किताब की लांचिग के अवसर पर व्यक्त की गईं। काबिलेजिक्र है कि सुबोध पूर्व मर्चेंट नेवी अधिकारी हैं।टीएमसी फाउंडेशन द्वारा तैयार की गई इस पुस्तक संबंधी जानकारी देते हुए सुबोध ने बताया कि आज भी उत्तरी भारत में आम लोगों को इस बात की कम जानकारी है कि मर्चेंट नेवी में लड़कियों के लिए भी नौकरी के बहुत अच्छे अवसर हैं। जबकि मर्चेंट नेवी में कैरियर बनाने की बात होती है तो अभिभावक सही जानकारी न होने के अभाव में उलझे हुए नजर आते हैं। उन्होंने बताया कि मर्चेंट नेवी में बाहरवीं से बाद नौकरी के अवसर उपलब्ध होते हैं।
इस पुस्तक को इस तरह तैयार किया गया है, जिसमें डिप्लोमा इन न्यूटीकल साईंस, बीएससी अप्लाईड न्यूटीकल साईंस, न्यूटीकल साईंस, बीएससी शिप बिल्डिंग एवं रिपेयर, बीटैक मैरीन इंजीनियरिंग व बीटैक नेवल आर्कीटैक्चर व समुंद्री इंजीनियरिंग जैसी टैक्नीकल डिग्रियों के पास होल्डर छात्रों के लिए यह पुस्तक रामबान साबित होते हुए संबंधित विषयों से जुड़ी नौकरियों के अवसर हासिल करने में मददगार सिद्ध होगी। लेखक सुबोध के अनुसार यह पुस्तक उत्तरी भारत के युवाओं की अकादमिक शिक्षा के तरीकों व उनकी जरुरत को मुख्य रखते हुए एक अच्छे कैरियर को चुनने के लिए तैयार की गई है।काबिलेजिक्र है कि दुनिया का 90 प्रतिशत व्यापार जहाजों के माध्यम से किया जाता है। तेल के बड़े बड़े टैंकर, मालवाहक जहाज, आटोमोबाइल जहाज, कार्गो जहाज व यात्री जहाजों सहित कई तरह के उपयोग वाले जहाज आज भी सबसे सस्ता व बेहतरीन यातायात का साधन हैं।
मर्चेंट नेवी में दो तरह की डिवीजन नेविगेशन व इंजीनियरिंग होती है, जो एकसाथ काम करते हैं। भारत विश्व स्तर पर समुंद्री व्यापार में 7 प्रतिशत का योगदान दे रहा है, जबकि 2020 तक यह योगदान 9 प्रतिशत हो जाएगा। ऐसे समय में मर्चेंट नेवी में युवाओं के लिए नौकरी के बेहतरीन अवसर हैं।मर्चेंट नेवी में मिलने वाले वेतन संबंधी जानकारी देते हुए टीएमसी के ग्लोबल हेड अनिल जिंसी ने बताया कि एक 18 वर्षीय केडिट 500 डालर टैक्स फ्री वेतन के साथ अपना कैरियर शुरू कर सकता है, जबकि जुनियर अधिकारी का वेतन लगभग 3000 अमरीकी डालर प्रतिमाह होता है, जो रैंक के अनुसार बढ़ते हुए 18,000 डालर तक पहुंच जाता है। अनिल जिंसी ने बताया कि टीएमसी फाउंडेशन द्वारा मोरनी के नजदीक मर्चेंट नेवी की तैयारी करवाने के लिए एक कालेज भी चलाया जा रहा है, जिसका मुख्यालय पंचकूला में है।