मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने रविवार को आम आदमी को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'चुप्पी' पर सवाल उठाए। येचुरी ने सोशल नेटवर्किं ग साइट पर एक वीडियो संदेश के जरिए कहा, "पीढ़ियां 'जय जवान जय किसान' के नारे सुनते हुए बड़ी हुई हैं, लेकिन आज जवानों और किसानों की क्या हालत है? सूबेदार राम किशन ग्रेवाल ने आत्महत्या कर ली, जबकि पिछले दो वर्षो में किसानों की आत्महत्या की संख्या में 26 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।"
उन्होंने कहा, "हमारे जवानों को अपना जायज हक नहीं मिल रहा, किसानों को न्यूनतम सहायता मूल्य नहीं मिल रहा। वे कर्ज के बोझ में दब रहे हैं और आखिरकार आतमहत्या कर रहे हैं। लेकिन, हमारे प्रधानमंत्री मौन हैं।"माकपा नेता ने कहा, "हमारे प्रधानमंत्री को बातें करना बेहद पसंद है, लेकिन जब आम आदमी को प्रभावित कर रहे मुद्दों की बात आती है, तो वह मौन हो जाते हैं।"येचुरी ने कहा, "हम और देश यह सुनना चाहते हैं कि प्रधानमंत्री को बढ़ती कीमतों, कृषि संकट, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर क्या कहना है।"