टाटा संस से निष्कासित गैर कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर निर्मलय कुमार का कहना है कि कंपनी से उनके निष्कासन का फैसला क्षणभर में हो गया। इस संबंध में कोई स्पष्टीकरण नहीं मांगा गया। मैं साइरस मिस्त्री का करीबी था, सिर्फ इसलिए मुझ पर गाज गिरी।कुमार ने अपनी निजी वेबसाइट पर जारी बयान में कहा है, "मुझे रात नौ बजे मेरे एक सहकर्मी का फोन आया। इनके साथ मैंने काम किया है। उन्होंने मुझे बताया कि मुझे यह बताते हुए दुख हो रहा है कि अब हमें आपकी जरूरत नहीं है। कोई स्पष्टीकरण नहीं मांगा गया। मैंने पूछा, इसका मतलब यह है कि मैं कल सुबह नहीं आऊ, और मुझे हां में जवाब मिला।"कुमार ने कहा, "बस यह हुआ। क्षणभर में फैसला हो गया। मुझे बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।"कुमार ने यह भी कहा कि कॉरपोरेट जगत में 'तुम्हें निकाल दिया गया है', सामान्य वक्तव्य है। इसके लिए कोई भी व्यक्ति तैयार नहीं रहता है और वह 18 साल की उम्र से लेकर अब तक पहली बार बेरोजगार हुए हैं।