हमारे हुनरमंद नौजवान ही आज हमारे देश की सब से बड़ी ताकत हैं क्योंकि इनकी वजह से ही आज भारत आर्थिक विकास की नयी बुलन्दियाँ छू रहा है। भारत के पास आज दुनिया में सब से अधिक स्किल्ल्ड नौजवान हैं। इन नौजवानों के हुनर का अधिक से अधिक लाभ उठाने और उनको देश की विकास प्रक्रिया में प्रमुख तौर पर भागीदार बनाने के लिए ही केंद्र सरकार द्वारा 'मेक इन इंडिया और 'स्किल इंडिया जैसी देश व्यापक मुहिमों की शुरुआत की गई है। यह विचार पंजाब के तकनीकी शिक्षा और उद्योगिकप्रशिक्षण मंत्री श्री मदन मोहन मि8ाल ने चंडीगढ़ पॉलीटे1निक कॉलेज घड़ूंआं द्वारा करवाए जा रहे दो रोज़ा राज्य-स्तरीय युवक मेले के उद्घाटनी समागम दौरान मु2य मेहमान के तौर पर संबोधन करते हुए प्रक ट किए। उनहोने हाल ही में देश के नौजवान कमांडोज की तरफ से कंट्रोल रेखा के पार किये सर्जीकल स्टराईकस दौरान दिखाई तकनीकी काबलीयत की श्लाघा करते हुए कहा कि बिना किसी आम नागरिक को कोई जानी माली न1ुसान पहुँचाए केवल आतंकवादी टिकानों को निशाना बना कर हमारे कमांडोज ने दुनिया भर में अपनी तकनीकी काबलीयत की बेहतरीन मिसाल पेश की है।
पंजाब के बहु-तकनीकी कॉलेजों की सांझी संस्था पी. टी. आई. एस. द्वारा डिप्लोमा इंजीनियरिंग विद्यार्थियों की प्रतिभा को निखारने के लिए पिछले १८ वर्षों से करवाए जा रहे सालाना अंत्र-कॉलेज युवक मेले का उद्घाटन करने के उपरांत उनहोने कहा कि चंडीगढ़ ग्रुप की संस्थायों ने राज्य के नौजवानों को तकनीकी शिक्षा प्रदान करने और उनको हुनरमंद बनाने के लिए अहम योगदान पाया है। उनहोने कहा कि घटोतकच्च जैसे बलवान योद्धा की चरनछुह प्राप्त घड़ूंआं की धरती अब दुनिया भर में मानक शिक्षा के बड़े केंद्र के तौर पर उभर कर सामने आ रही है। तकनीकी शिक्षा और उद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री ने इस मौके फेस्टिवल के पहले दिन हुए कोरियोग्राफी के अहम मुकाबलो में पहला स्थान हासिल करने वाले सरकारी बहु-तकनीकी कॉलेज बटाला, दूसरे स्थान पर रहे चंडीगढ़ पॉलीटे1निक कॉलेज घड़ूंआं और तीसरे स्थान पर रहे मालवा पॉलीटे1निक कॉलेज फरीदकोट के विजेता विद्यार्थियों को इनाम भी त1सीम किये। पंजाब तकनीकी शिक्षा बोर्ड के एडिशनल डायरै1टर स. मोहनबीर सिंह सिद्धू और चंडीगढ़ ग्रुप ऑफ कॉलजिज़ के प्रैज़ीडैंट स. रछपाल सिंह धालीवाल ने समागम में विशेष मेहमान के तौर पर शिरकत की।
फेस्टिवल के आज पहले दिन थापर पॉलीटेकनिक कॉलेज पटियाला, गुरू नानक देव बहु-तकनीकी कॉलेज लुधियाना, सरकारी पॉलीटेकनिक कॉलेज पठानकोट, सरकारी बहु-तकनीकी कॉलेज ख़ूनीमाजरा जैसे पंजाब के ३६ बहु-तकनीकी कॉलेजों के 1000 से अधिक विद्यार्थियों ने कोरियोग्राफी, भंगड़े, फेंसी डरैस्स, लोक गीत आदि मुकाबलों में सोने, चाँदी और कांसी के तग़मों के लिए अपनी प्रतिभा के जौहर दिखाए। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर डॉ. आर. एस. बावा ने ऐसे युवक मेलों को डिप्लोमा इंजीनियरिंग विद्यार्थियों के सर्वपक्षीय विकास के लिए बेहद अहम मानते हुए कहा कि बहु-राष्ट्रीय कंपनियों की तरफ से तकनीकी शिक्षा हासिल विद्यार्थियों को रोजग़ार के व्यापक अवसर प्रदान किये जा रहे हैं। उनहोने कहा कि व्यावहारिक तौर पर विद्यार्थियों को और ज्यादा समर्थ बनाने के लिए प्रचलित ज्ञान प्रणालियों को इंडस्ट्री की मौजूदा ज़रूरतों के मुताबिक तैयार करने की ज़रूरत है। उनहोने बताया कि पिछले वर्षों के दौरान चंडीगढ़ पॉलीटे1निक कॉलेज घड़ूंआं वॉलवो आईशर, टेक महेन्दरा और विप्रो जैसी बहु-राष्ट्रीय कंपनियों के सहयोग के साथ अपने डिप्लोमा इंजीनियरिंग विद्यार्थियों को रोजग़ार के आकर्षक मौके प्रदान करने में सफल रहा है। उनहोने बताया कि इस वर्ष कैंपस प्लेसमेंट के लिए बड़ी सं2या में पहुँची बहु-राष्ट्रीय कंपनियों ने ४.५ लाख सालाना तक के तनख़्वाह पैकेज की पेशकश की है।