भारतीय टीम ने यहां रविवार को संपन्न हुए आईटीटीएफ इंडिया जूनियर एंड कैडेट ओपन टेबल टेनिस चैम्पियनशिप में चार स्वर्ण पदक हासिल किए और चीनी ताइपे के बाद दूसरे स्थान पर रहे। चीनी ताइपे पांच स्वर्ण पदक के साथ शीर्ष पर रहा।भारत के लिए मानव ठक्कर, वारुणी जैयसवाल और इशिता गुप्ता ने एकल वर्ग से स्वर्ण जीते। मानव ने जूनियर बालक एकल वर्ग का स्वर्ण भी जीता।भारत ने इसके अलावा एक रजत और पांच कांस्य पदकों पर भी कब्जा जमाया।मानव ने पहले जूनियर बालक एकल वर्ग के फाइनल में चीनी ताइपे के ताई मिंग वेई को 4-3 से हराकर टूर्नामेंट में अपना पहला स्वर्ण पदक हासिल किया।जूनियर बालिका एकल वर्ग में वारुणी एक समय 0-3 से पीछे चल रही थीं, लेकिन इसके बाद उन्होंने डिसाइडर तक खिंचे मैच में 3-7 से जीत हासिल की।
वहीं कैडेट बालिका वर्ग में इशिता गुप्ता ने हुआंग यू जी को 11-9, 6-11, 11-9, 7-11, 11-9 से हराकर करियर का पहला अंतर्राष्ट्रीय खिताब अपने नाम किया।कैडेट बलिका एकल वर्ग के अलावा भारतीय जूनियर बालक युगल टीम भी स्वर्ण हासिल करने में सफल रही। मानव ने अनंत देवराजन के साथ चीनी ताइपे की लाई ची चिएन और ताई मिंग वेई की जोड़ी को 11-7, 7-11, 11-7, 8-11, 12-10 से हरा दिया।ऊंची वरीयता के बावजूद श्रीजा अकुला को वारुणी से कड़ी टक्कर मिली और वारुणी की बेहतरीन तैयारी के आगे उन्हें अंतत: घुटने टेकने पड़े।तेलंगाना को दोनों खिलाड़ी एकदूसरे के खेल से अच्छी तरह परिचित थीं और दोनों ही खिलाड़ियों ने एकदूसरे की खामियों का बखूबी फायदा उठाया। लेकिन वारुणी ने अंतत: 4-3 से जीत हासिल कर स्वर्ण पर कब्जा जमाया।