मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने शुक्रवार को केंद्र सरकार से आग्रह किया कि जम्मू एवं कश्मीर में सभी घटकों से बातचीत की जाए। इसमें अलगाववादियों को भी शामिल किया जाए, ताकि अशांत कश्मीर घाटी में शांति बहाल की जा सके। माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने प्रधानमंत्री की कश्मीर पर सर्वदलीय बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, "हमें सभी हितधारकों से बातचीत की शुरुआत करनी चाहिए, हम पूर्व में ऐसा कर चुके हैं, हमें फिर से ऐसा करना होगा। "इस बैठक में विपक्ष और सत्तापक्ष के सांसदों ने हिस्सा लिया। यह बैठक घाटी में सामान्य स्थिति बहाली के बिंदुओं पर चर्चा के लिए बुलाई गई थी। अशांत कश्मीर में पिछले पांच हफ्तों में कम से कम 56 लोग मारे जा चुके हैं और हजारों लोग सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़पों में घायल हो चुके हैं।इससे पहले, सरकार ने सामान्य स्थिति बहाल नहीं होने तक अलगाववादियों से बातचीत की किसी संभावना से इनकार किया था।येचुरी ने कहा कि उनकी पार्टी कश्मीरी प्रदर्शनकारियों पर बल प्रयोग के साथ पैलेट गन का इस्तेमाल किए जाने की आलोचना करती है।उन्होंने कहा कि माकपा का सरकार को सुझाव है, "पैलेट गन का इस्तेमाल रोका जाए और युवाओं के साथ विश्वास बहाली के तरीके अपनाए जाएं।"