अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का सौर ऊर्जा संचालित अंतरिक्ष यान जूनो ने बृहस्पति की कक्षा में प्रवेश कर लिया है। जूनो के बृहस्पति की कक्षा में प्रवेश करते ही नासा की जेट प्रोपल्सन लैबोरेटरी में जश्न का माहौल छा गया। पांच साल की अवधि का सफर पूरा कर जूनो अब गैस के विशालकाय ग्रह का अध्ययन करेगा। सान एंटोनियो में स्थित साउथवेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट के मुख्य अन्वेषक स्कॉट बॉल्टन ने कहा कि जूनो बृहस्पति के चारों ओर कक्षा की परिक्रमा कर रहा है। भारतीय समयनुसार, मंगलवार सुबह 8.48 बजे जूनो ने बृहस्पति की कक्षा में प्रवेश करने के लिए अपने मुख्य इंजन को चालू किया और 35 मिनट का प्रज्वलन कार्य पूरा कर कक्षा में दाखिल हुआ। बृहस्पति की कक्षा में पहुंचने के बाद 1,600 किलो भार का जूनो अपने 20 महीने की अवधि के दौरान 37 बार इस ग्रह के चक्कर लगाएगा। यह पहला मौका है, जब एक अंतरिक्ष यान बृहस्पति के पोल्स की परिक्रमा करेगा। यह ग्रह की आंतरिक भाग, रचना और चुंबकीय क्षेत्र के रहस्यों को उजागर करेगा।