नासा के महत्वाकांक्षी केपलर मिशन के तहत 1,284 नए ग्रहों की खोज की गई है। यह ग्रहों के लिए की जाने वाली अब तक की सबसे बड़ी और एकल मिशन की खोज है। जो पृथ्वी के समान ग्रह ढूंढ़ने के लिए वैज्ञानिकों में आशा की एक नई किरण जगाती है। अमेरिका की प्रिंसटन युनिवर्सिटी और नासा के वैज्ञानिकों ने पुष्टि की है कि पृथ्वी के सौर मंडल के बाहर मिली 1,284 वस्तुएं वास्तव में ग्रह हैं। वाशिंगटन स्थित नासा के मुख्यालय के मुख्य वैज्ञानिक एलेन स्टोफन ने बताया, "केपलर के द्वारा खोजे गए ग्रहों की इस संख्या को मिलाकर अब तक 2,300 से अधिक ग्रहों को खोज लिया गया है।" उन्होंने कहा, "यह हमारे अंदर उम्मीद जगाता है कि कहीं और हमारे ग्रह के समान कोई ग्रह मौजूद है और हम उसे खोज सकते हैं।"यह खोज एक तकनीक पर आधारित है, जिसका निर्माण प्रिसंटन युनिवर्सिटी में हुआ था। इस तकनीक को केपलर में स्थापित करने के बाद वैज्ञानिक यह पहचानने में सक्षम हुए कि केपलर तक आने वाली कौन सी तंरगें ग्रहों की हैं और कौन सी तारों या अन्य किसी वस्तुओं की हैं। यह स्वचालित तकनीक ग्रह से आने वाली तंरगों की संभावना की गणना करती है।