सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी फेसबुक ने एक ऐसी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) फीचर की शुरुआत की है, जिससे नेत्रहीन और नेत्रहीन उपयोगकर्ता फेसबुक पर साझा होने वाली तस्वीरों को महसूस कर पाएंगे।फेसबुक ने सोमवार को 'ऑटोमेटिक अल्टरनेटिव टेक्सट' नामक यह फीचर शुरू किया है, जो स्वचालित रूप से नेत्रहीन उपयोगकर्ताओं को तस्वीरों की सामग्री का वर्णन कराएंगे। वेबसाइट 'द वर्ज' की रपट के अनुसार, इसका निर्माण फेसबुक के मात्र पांच साल पुराने एक दल ने किया है।इस फीचर के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में प्रयोग होने वाले कंप्यूटेशनल लर्निग सिद्धांत मशीन लर्निग का उपयोग किया गया है। रपट में बताया गया है कि मशीन लर्निग से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के निर्माण में मदद मिलती है, जिससे भविष्यवाणी करने में एल्गोरिदम का इस्तेमाल किया जाता है। तस्वीरों को समझने के लिए मशीन लर्निग का उपयोग करने वाला फेसबुक अकेला नहीं है, इससे पहले गूगल फोटोस और फ्लिकर में भी इसका प्रयोग हो चुका है, हालांकि इस फीचर में त्रुटियों की संभावना रहती है।