आज जब हम नए वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं, आईए शुभकामनाओं के साथ-साथ यह प्रार्थना भी करें कि इस नए वर्ष में सभी प्यार तथा मिलर्वतन की भावनाओं से युक्त हो कर एक दूसरे के हितैषी बनें। गए वर्ष में हमने कितनी निर्दयता, क्रूरता और हिंसा देखी है। अब प्रण करें कि...