अनिल माधव दवे पर्यावरण प्रेमी, निष्काम कर्मयोगी, नर्मदा पुत्र, नदी संरक्षणवादी, चिंतक, विचारक, लेखक, शिक्षक, शौकिया पायलट, नाविक और भी न जाने कितने अलंकरण तथा नामों से पहचाने जाते थे। विडंबना यह कि कब किसने सोचा था, देर शाम तक पर्यावरण जैसे गंभीर मुद्दों...